हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को पवित्र माना गया है। रुद्राक्ष का संबंध भगवान शिव से होने के कारण यह हमारी आस्था और विश्वास का प्रतीक भी है। माना जाता है कि रुद्राक्ष इंसान को हर तरह की हानिकारक ऊर्जा से बचाता है। शरीर की ऐसी कोई बीमारी नहीं जिसका उपचार रुद्राक्ष के जरिए ना किया जा सके। रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर चौदह मुखी तक प्रमुख होते हैं। हर मुखी रुद्राक्ष का अलग अलग प्रभाव है, तो चलिए आज जानते है।

रुद्राक्ष को शरीर पर धारण करने के धार्मिक महत्व के साथ -साथ इसके वैज्ञानिक कारण भी है। रुद्राक्ष के रोम छिद्रों से एक अलग प्रकार का स्पदंन होता है जो मानव ह्रदय पर सकारात्मक प्रभाव दिखाता है। रुद्राक्ष के धारण करने से ह्रदय रक्त चाप सामान्य रहता है।

मानव मस्तिस्क पर भी रुद्राक्ष से निकलने वाली विशेष तरंगे सकारात्मक प्रभाव दिखाती है। रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति तनाव ,चिंता और अवसाद आदि से मुक्त रहता है।

रुद्राक्ष नकारात्मक ऊर्जा के बचने के एक असरदार कवच की तरह काम करता है। रुद्राक्ष मुख्यत: हृदय संबंधी रोगों पर असर करता है। यह शरीर में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से करने की व्यवस्था करता है।

Related News