भारतीय टॉयलेट सिस्टम हमेशा से ही वेस्टर्न टॉयलेट सिस्टम से बेहतर रहा है । भारतीय शौच जाने के तरीके का इस्तेमाल करने से शरीर कई तरह की बिमारियों से बचा रहता है। दूसरी ओर वेस्टर्न टॉयलेट सिस्टम से शरीर को केवल नुकसान होता है।

​वेस्टर्न टॉयलेट सिस्टम इंसान बचपन से करे तो इसका असर हड्डियों पर पड़ता है और हड्डियां कमजोर होने लगती है। इसके इस्तेमाल से सबसे ज्यादा प्रभाव जोड़ों की हड्डियों में पड़ता है ।

भारतीय टॉयलेट सिस्टम का इस्तेमाल करने के फायदे

​1) भारतीय टॉयलेट सिस्टम करने वाले लोग पानी का इस्तेमाल करते हैं जबकि वेस्टर्न टॉयलेट सिस्टम का इस्तेमाल करने वाले लोग टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करते हैं। टॉयलेट पेपर की बजाय पानी का इस्तेमाल करने से कीटाणु ज्यादा नष्ट होते हैं।

​2) भारतीय टॉयलेट सिस्टम का इस्तेमाल करते उठना और बैठना पड़ता है जिस वजह से शरीर की अच्छी खासी एक्सरसाइज हो जाती है ।

​3) इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके इस्तेमाल से पाचन तंत्र पर ज्यादा दबाव पड़ता है और पेट अच्छी तरह से साफ होता है ।

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