हिंदू धर्म में पूजा पाठ का बहुत ही बड़ा महत्व है। किसी भी शुभ काम का शुरुआत हम पूजा करके करते है। पूजा पाठ के दौरान हम हमेशा इस बात का ध्यान रखते है कि कोई गलती ना हो जाए। लेकिन कई बार पूजा करते समय कुछ भूल हो जाती है। ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए, आज हम आपको बताएँगे। पूजा के दौरान यदि आपसे कोई गलती हो जाती है तो अंत में नीचे लिखा मंत्र बोलने से भगवान उस गलती को क्षमा कर देते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं।

मंत्र

अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया।

दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।।

गतं पापं गतं दु:खं गतं दारिद्रय मेव च।

आगता: सुख-संपत्ति पुण्योऽहं तव दर्शनात्।।

ऊपर लिखे मंत्र का अर्थ है, हे परमेश्वर। मेरे द्वारा रात-दिन हजारों अपराध होते रहते हैं। यह मेरा दास है- ऐसा समझकर मेरे उन अपराधों को आप कृपापूर्वक क्षमा करो। आपके दर्शनों से मेरे पापों और दुखों का नाश हो, दरिद्रता दूर हो और मुझ सुख-संपत्ति प्राप्त हो। ऐसा वरदान दें।

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