चैत्र नवरात्र की नवमी को राम नवमी के रूप में मनाया जाता है। इस बार 13 और 14 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। अष्टमी तिथि 13 अप्रैल दोपहर पहले 11:42 पर ही समाप्त हो जायेगी, उसके बाद नवमी तिथि लग जायेगी जो कि 14 अप्रैल सुबह 09:36 तक रहेगी। इस प्रकार नवमी तिथि दो दिनों तक रहेगी

रामनवमी के दिन भगवान राम का ध्यान करें और व्रत रखने का संकल्प लें। यह व्रत करनेवाला सुखी होता है और उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। अगर इस दिन आप भगवन राम की आराधना सच्चा मन से करते है तो आपकी हर मनोकामना पूरी होगी।

स्नानकर शुद्ध हो पूजा गृह में सभी पूजन सामग्री के साथ बैठ जायें। चौकी अथवा लकड़ी के पटरे पर लाल वस्त्र बिछाकर, उस पर श्रीरामचंद्रजी की दो भुजाओं वाली सवर्ण की मूर्ति स्थापित करें। उसके बाद विधिपूर्वक पूजा करें। श्रीराम की कथा सुने। पूरे दिन उपवास रखें। इसके बाद पूजा की थाली में तुलसी पत्ता और कमल का फूल अवश्य रखें। भगवान राम को खीर, फल और अन्य प्रसाद चढ़ाएं।

Related News