इंटरनेट डेस्क। हिन्दू धर्म में शनि देव में न्याय का देवता माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शनि देव व्यक्ति को उसके अच्छे और बुरे कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते है। लोग अक्सर शनि देव से डरते है जो कि काफी हद तक गलत है क्योंकि अगर आपके कर्म अच्छे है तो शनि देव आपको कभी परेशान नहीं करेंगे। लोग शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय करते है जिनमें शनिवार के दिन सरसों का तेल चढ़ाना, काले तिल दान करना इत्यादि शामिल है। हालाँकि आप शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कुछ मंत्रों का जाप भी कर सकते है। आइये जानते है शनि मंत्रों के बारे में -

अगर आपसे अनजाने में कोई गलती हुई है और आप शनि देव से उसके लिए माफ़ी मांगना चाहते है तो इसके लिए शनि देव के इस मंत्र का जाप करें।

आपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेहर्निशं मया। दासोयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।।

गतं पापं गतं दुःखं गतं दारिद्र्य मेव च आगता: सुख संपत्ति पुण्योहम तव दर्शनात।।

लंबे समय से चली आ रही बीमारियों को दूर करने के लिए आपको शनि देव की कृपा पाने के लिए उनके इस मंत्र का जाप करना चाहिए।

ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलाहपरिहा। कंकटी कलही चाउथ तुरंगी महिषी अजा।

शनैनार्मनि पत्नीनामेतानि संजपन पुमान। दुखानि नाश्येनितम्म सौभगयमेधतेे सुखमं।।

शनि के साढ़े साती के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए।

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे पुष्टिवर्धनम। उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षयी मा मृतात।।

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