जानें पूजा के कार्य में चांदी के बर्तनो का उपयोग सही या गलत
हिन्दू धर्म में पूजा पाठ का बहुत ही महत्व है। पूजा के दौरान सामग्री से लेकर पूजा का नियम तक का विशेष ध्यान रखना होता है। लेकिन आज हम वाइज चीजों पर बात करेंगे जिसके बारे सायद ही सभी जानते होंगे। बहुत से लोगों को लगता है कि चांदी शुद्ध होती है और इससे भगवान को अचमन या जल दिया जा सकता है, लेकिन आपको जान कर यह आश्चर्य होगा कि चांदी को पूजा में प्रयोग करने वाले धातु की श्रेणी में नहीं रखा गया है।
पूजा में धातुओं का प्रयोग बहुत मायने रखता है। इसलिए आज हम आपको बताएंगे पूजा के दौरान किस धातु का प्रयोग किया जाना चाहिए। तांबे को सभी धातुओं में सबसे शुद्ध माना गया है। अगर आपके पास कोई अन्य धातु का पात्र नहीं तो आप तांबे से बने पात्र का प्रयोग कर सकते हैं। तांबे से आप सभी भगवान को जल अर्पित कर सकते हैं।
चांदी की बर्तन की बात करे तो बहुत ही शुद्ध और स्वच्छ मानी जाती है, लेकिन पूजा के लिए नहीं। चांदी में खाना खाना या चांदी में रखा समान बहुत ही उच्च माना जाता है। ये स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहतर है लेकिन पूजा में इसका प्रयोग नहीं होता। चांदी पितरों के लिए प्रिय होती है। इसलिए इसे भगवान की पूजा में प्रयोग नहीं करते।