10 रुपये के सिक्के को साल 2016 में जून में श्रीमद रामचंद्र की 150वीं जयंती के मौके पर जारी किया गया था. कई बार राज्य और कई शहरों से खबर आती है कि, फलानी जगह 10 रुपये का सिक्के का चलन बंद हो गया है. जिस वजह से बाहर से आने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है और लोकल दुकानदार और पर्यटकों के बीच नोकजोक हो रही है.

वहीं आपको जानकर हैरानी होगी कि, देश की राजधानी से महज 150 किमी की दूरी पर मथुरा में भी 10 रुपये के सिक्के को साइकिल रिक्शा से लेकर मंदिर में चढ़ने वाले प्रसाद बेचने वाले दुकानदार तक नहीं ले रहे. इसमें सबसे बड़ी बात ये है कि, ये परेशानी हाल फिलहाल में शुरू नहीं हुई.


10 रुपये के सिक्के के पीछे देते हैं ये तर्क - मथुरा में ज्यादातर दुकानदार और साइकिल रिक्शा चालक तर्क देते हुए कहते हैं कि, जब इन सिक्कों को कोई दूसरा नहीं ले रहा. तो फिर आखिर हम क्यों ले ले.

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