सिनेमा जगत में 70 के दशक का वो दौर जब बॉलीवुड में हेमा मालिनी, रेखा , जीनत अमान और डिंपल कपाड़िया ये एक्ट्रेसेस दर्शकों के दिलो में राज़ करती थी। इसी बिच हवा के ताज़े झोंके की तरह परवीन बाबी का बॉलीवुड में कदम रखना इन एक्ट्रेस को भारी पड़ गया था। खूबसरत की बला परवीन बाबी अपने बोल्डनेस और बिंदास अंदाज़ से उस समय बहुत ही कम समय में दर्शकों के दिलों में जगह बनाने में कामियाब रही। आपको बता दे कि परवीन बाबी अपनी बेहतरीन अदाकारी के साथ हमेशा अपने पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में बनी रहती थी।
ये एक्ट्रेस उस समय कभी अपने लिव इन रिलेशनशिप को लेकर चर्चा में रहीं तो कभी शादीशुदा शख्स के साथ मोहब्त के चर्चों को लेकर सुर्खियों में बनी रहती। परवीन बाबी का का जन्म सौराष्ट्र के जूनागढ़ में साल 1949 में हुआ था। एक मुस्लिम परिवार में जन्मी परवीन एक मिडिल क्लास परिवार से बिलोंग करती थी। परवीन शुरू से ही खुलें विचारों वाली थी।


परवीन ने उस समय सिनेमा के पर्दे पर आधुनिकता - आत्म निर्भरता की मिसाल दी। उनके खुले विचार एक ऐसी लड़की के किरदार में जो कामकाजी थे जो आत्म निर्भर है और शादी से पहले पुरुष मित्र के साथ जिस्मानी रिश्ता बनाने से उन्हें कोई परहेज़ नहीं रहा । ज़माना उनके लिए क्या सोचता है इसकी फ़िक्र कभी परवीन ने नहीं की थी। आपको बता दे कि उस समय
सिनेमा के पर्दे पर अच्छी लड़कियों को सलवार सूट और साड़ी के साथ पर्दे पर चलन था। लेकिन पाश्चात्य संस्कृति में पली-पढ़ी परवीन को जब फिल्म निर्देशक बीआर इशारा ने पहली बार साल 1973 में फिल्म 'चरित्र' में काम करने का मौका दिया तो फिल्म भले ही फ़्लॉप रही लेकिन परवीन का जादू लोगों पर बेशुमार चढ़ गया। परवीन बाबी को पहली कामयाबी 'मजबूर' फिल्म में मिली जिसमे उनके साथ अमिताभ बच्चन थे।

उस टाइम के कवर पर जगह पाने वाली पहली बॉलीवुड कलाकार परवीन बाबी बनी। लेकिन जिस तरह उन्होंने फिल्मों में अपनी जगह बना ली थी। उस तरह वे अपनी निजी ज़िंदगी में किसी की जगह नहीं बना पायी। परवीन का पहला अफेयर डैनी से रहा लेकिन तीन - चार साल दोनों के रास्ते अलग हो गए। इसके बाद परवीन का दूसरा अफेयर कबीर बेदी के साथ रहा। लेकिन लगभग 7 - 8 साल साथ होने के बाद दोनों में ब्रेकअप हो गया और परवीन शादीशुदा डॉयरेक्टर महेश भट्ट के साथ प्यार में पड़ गयी। आपको बता दे कि ये वो दौर था जब परवीन का नाम बॉलीवुड एक्ट्रेस में सबसे पहले आता था और वहीं महेश भट्ट एक फ्लॉप फिल्ममेकर थे।


महेश भट्ट अपनी शादीशुदा लाइफ को छोड़ कर परवीन बाबी के साथ लव इन रिलेशन शिप में रहने लगे थे।
लेकिन बाद में परवीन को कुछ मानसिक बीमारियों ने घेर लिया और अमरीका में भी उनकी इस मानसिक बीमारी का कोई इलाज नहीं मिला। खास बात यह रहीं कि परवीन के यें सभी शादीशुदा एक्टर्स के साथ रहें। परवीन अपनी शर्तों पर जीने वाली महिला थी। वे जीवन के अंतिम दिनों में भी आत्मनिर्भर बनी रहीं। लेकिन करीब एक दशक तक का स्टारडम और क़रीब 50 फिल्में भी उनके जीवन के सूनेपन को भर पाने में नाकाम रही और यही अकेलापन उन्हें आखिरी समय तक खलता रहा।

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