अमिताभ की ‘खुदा गवाह’ हुई थी अफगानिस्तान में शूट, सुरक्षा में लगानी पड़ी थी आधी एयरफ़ोर्स
अफगानिस्तान के लोग बॉलीवुड फिल्मों के दीवाने हैं। कई भारतीय फिल्मों की शूटिंग अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों में की गई है और प्रीमियर भी किया गया है। अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी की फिल्म 'खुदा गवाह' को वहां काफी सराहना मिली थी। आज जब अफ़ग़ानिस्तान के हालात बेहद ख़राब हैं तो लोग उन फ़िल्मों को याद कर रहे हैं जिनकी शूटिंग वहां हुई थी। जब मुकुल एस आनंद की 'खुदा गवाह' की शूटिंग अफगानिस्तान में हो रही थी, उस वक्त की सरकार ने सुरक्षा के इंतजाम किए थे। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति नजीबुल्लाह अहमदजई हिंदी फिल्मों के बहुत बड़े प्रशंसक थे।
राष्ट्रपति ने अमिताभ बच्चन की सुरक्षा के लिए अपने देश की आधी वायुसेना दे दी थी। बॉलीवुड बबल के साथ एक इंटरव्यू में, अमिताभ ने अफगानिस्तान में अपने 'खुदा गवाह' की शूटिंग के दिनों को याद किया और कहा कि हर जगह टैंक और सुरक्षाकर्मी थे। उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन की सबसे यादगार यात्रा थी। एक घटना को शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि एक बार उन्हें कहीं आमंत्रित किया गया तो वह डैनी डेन्जोंगप्पा और मुकुल के साथ एक हेलिकॉप्टर में उस जगह के लिए रवाना हो गए। पांच अन्य हेलीकॉप्टर अपने हेलिकॉप्टर के साथ उड़ रहे थे। हवाई नजारा अद्भुत था, पहाड़ियां कभी गुलाबी तो कभी बैंगनी दिखती थीं।
हेलिकॉप्टर जब घाटी में उतरा, तो ऐसा लग रहा था जैसे समय रुक गया हो। जैसे ही वहां के लोगों ने उन्हें देखा, उन्होंने सभी को अपने कंधों पर उठा लिया क्योंकि उनके अनुसार अतिथि के पैर जमीन को नहीं छूना चाहिए। बच्चन ने आगे कहा कि महल में खरीदारी करने के बाद उन्हें उस मैदान में ले जाया गया जहां उनके लिए एक पारंपरिक खेल बुजकाशी टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था। साज-सज्जा के लिए रंग-बिरंगे टेंटों का इस्तेमाल किया गया और सब कुछ एक सपने जैसा लग रहा था। उन्होंने खूब मस्ती की और वहीं रात बिताई। जब वे घर लौट रहे थे तो वे उपहारों से भरे हुए थे।
अमिताभ बच्चन का अफगानिस्तान में शाही सम्मान किया गया था। उन्होंने बताया कि तब अफगानिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति नजीबुल्लाह से उनकी बेटी ने 1 दिन के लिए मुजाहिदीन से लड़ाई रोकने का आग्रह किया था। बॉलीवुड की मशहूर फिल्म खुदा गवाह अमिताभ बच्चन एक पठान का किरदार निभाया था।
यह फिल्म उस समय में सबसे अधिक देखे जाने वाली फिल्म थी जो कि अफगानिस्तान में भी काफी हिट साबित हुई। शूटिंग के दौरान अमिताभ की मां तेजी बच्चन को अपने बेटे की काफी चिंता सता रही थी। फिल्ममेकर से भी काफी गुस्सा थी और उन्होंने यहां तक भी कह दिया था कि यदि उनके बच्चे को कुछ हुआ तो वह उन्हें छोड़ेंगी नहीं।