बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद कोरोना महामारी में लोगों के मसीहा के रूप में आगे आए। उन्होंने न केवल लोगों को घर पहुंचाया, बल्कि उन्हें काम भी दिया।

भारत के अलावा, सोनू ने विदेश में फंसे लोगों को वापस लाने में भी मदद की। ऐसे में लोग सोने को भगवान मानने लगे हैं। सोनू सूद के प्रशंसकों ने उन्हें भारत रत्न देने की बात की और कई लोगों द्वारा अपनी दुकान का नाम सोनू सूद के नाम पर रखा गया इसके अलावा लोगों द्वारा अपने बच्चों का नाम भी सोनू सूद के नाम पर ही रखा गया अब खबर आ रही है कि कोलकाता में कुछ लोगों द्वारा नवरात्रि में माता जी के मंडप में सोनू सूद की भी मूर्ति रखी गई है।

दुर्गा पूजा के दौरान अभिनेता को भगवान का दर्जा दिया जाता है। इस बार प्रफुल्ल कन्नन वेलफेयर एसोसिएशन का विषय पर्यटक श्रम के बारे में था। जिसके कारण पंडाल में एक सोने की मूर्ति भी स्थापित की गई थी। ताकि लोग उनसे प्रेरणा लें और जरूरतमंद लोगों की मदद करें।

सोनू ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि मेरा अब तक का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार। वह अपने माता-पिता को याद करते हुए कहते हैं कि उन्होंने उन्हें सिखाया कि जब आप सफल होते हैं, तो आपको दूसरों को भी सफल होने में मदद करनी चाहिए।

आपको बता दें कि सोनू सूद ने देशभर में फंसे लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए कई दिनों तक लगातार अपने खुद के पैसे से बसों का बंदोबस्त कर उन्हें अपने घर पहुंचाने का काम किया था और इसे लेकर सोशल मीडिया पर उनकी काफी प्रशंसा हुई थी।

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