अपनी मां की फिल्मों को देखने में मुश्किल होती है: जान्हवी कपूर
इंटरनेट डेस्क| स्वर्गीय अभिनेत्री श्रीदेवी की अचानक मौत ने बॉलीवुड को हिला कर रख दिया था। श्रीदेवी की मौत को हमेशा ही बॉलीवुड में एक काले दिन की तरह माना जाएगा, उनकी मौत न केवल उनके परिवार वालों और बॉलीवुड के लिए सदमा था बल्कि उनके फैंस के लिए ये बहुत दुख की बात थी। उन्होंने अपने बॉलीवुड कैरियर में बहुत ही सुपरहिट फिल्मों में काम किया है और उनकी फिल्मों को आज भी लोग देखना पसंद करते है।
अपनी पहली फिल्म धडक़ के प्रमोशन के दौरान श्रीदेवी की बेटी जान्हवी कपूर ने प्रतिष्ठित फिल्म को याद किया। उन्होंने अपनी मां की फिल्म सदमा के बारे में बात की, रिलीज के पच्चीस साल बाद भी फिल्म अभी भी लोगों के दिमाग में ताजा बनी हुई है।
श्रीदेवी और कमल हासन की फिल्म सदमा के बारे में बात करते हुए जान्हवी कपूर ने कहा कि "जब मैंने मां की फिल्म सदमा को देखा तो मैं 9 या 10 साल की थी। मुझे याद है कि फिल्म देखने के बाद मैंने दो दिनों तक अपनी मां से बात नहीं की क्योंकि अंत में कमल हासन को पहचानने के लिए मैं उससे इतना नाराज हुई थी। "
अपनी मां की अन्य फिल्मों के बारे में बात करते हुए जान्हवी कपूर ने कहा कि "मुझे अपनी माँ की फिल्मों को देखना मुश्किल लगता था क्योंकि वे हमेशा मुझे रूला देती है। मैंने उनकी फिल्म चालबाज देखने की कोशिश की थी लेकिन फिल्म में लोगों को उनका मंजू का किरदार ज्यादा पंसद नहीं आया। मैंने उनकी फिल्म सदमा देखी थी क्योंकि फिल्म में उन्होंने किसी और को रूला दिया था। "
जान्हवी की पहली फिल्म मराठी फिल्म सैराट का रीमेक है, हालांकि फिल्म पूरी तरह से उनकी कॉपी नहीं है, इसमें बहुत ही चीजों को बदला गया है और अलग तरीके से दिखाया गया है।
जान्हवी कपूर ने कहा कि " जब मैंने सैराट को देखा तो मुझे नहीं पता था कि वे इसे रीमेक करेंगे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने सैराट देखी है वो इससे भावनात्मक रूप से जुड़े हुए है और फिल्म के साथ एक कनेक्शन है। जब मुझे इस तरह का एक अवसर मिला तो दर्शकों को मेरे चरित्र से जुड़ा हुआ महसूस करने के लिए यह एक सच्चे आशीर्वाद की तरह महसूस किया। लेकिन मुझे पता था कि तुलना होगी। "