फिल्मों की सफलता और असफलता को लेकर हुमा कुरैशी ने कही ये बात
इंटरनेट डेस्क| अभिनेत्री हुमा कुरेशी ने अपने अभिनय और कड़ी मेहनत के साथ बॉलीवुड में एक खास जगह बना ली है। अभी हाल ही में हुमा कुरैशी ने अपना 32वां जन्मदिन मनाया। हुमा कुरैशी का जन्म 28 जुलाई 2986 को दिल्ली में हुआ था। अभिनेत्री अक्सर अपने खुले विचारों की वजह से सुर्खियों में बनी रहती हैं। हुमा कुरेशी ने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत से पहले थिएटर अभिनेता और मॉडल के रूप में काम किया।
हुमा कुरैशी को बॉलीवुड में आने में डायरेक्टर अनुराग कश्यप का साथ मिला था। अनुराग कश्यप ने ही हुमा को अपनी फिल्म के जरिए बॉलीवुड में डेब्यू कराया था। अभिनेत्री ने अनुराग कश्यप की फिल्म 'गैंग ऑफ वॉसेपुर 1' के साथ बॉलीवुड में डेब्यू किया था।
अपनी फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर के बाद स्पॉटलाइट में आईं हुमा कुरैशी ने फिल्मों में सफलता और असफलता के बारे में बात की। फिल्मों में सफलता और असफलता के बारे में बात करते हुए हुमा ने कहा कि सफलता और असफलता हर किसी के जीवन के हिस्से हैं और वह सफलता या असफलता को कभी मायने नहीं दिए।
अभिनेत्री हुमा कुरेशी ने कहा कि "मैंने अपनी मां से सीखा है कि भलाई कभी व्यर्थ नहीं जाती है। मैं कर्म करने के विचार पर विश्वास करती हूं। इससे मुझे व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों में मदद मिली है। मैंने अपने काम को सकारात्मकता और भलाई के साथ करने की कोशिश की है। "
उन्होंने कहा कि "क्योंकि हर बार मैंने सफलता और असफलता दोनों से सबक सीखा है। मैंने प्रत्येक गलती से सीखा है और हर सफलता की सराहना की है। मैंने केवल हर काम में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की है।
गैंग्स ऑफ वासेपुर, लव शव ते चिकन खुराना, एक थी डायन, ढेढ़ इश्किया, जॉली एलएलबी 2 जैसीफिल्मों में हुमा कुरैशी ने मजबूत किरदार निभाया है। अब अभिनेत्री छोटी स्क्रीन पर इण्डियाज बेस्ट ड्रमेबाज़ में जज के रूप में नजर आएंगी।