इंटरनेट डेस्क। फायर इंजीनियरिंग सबसे कठिन और आज की तारीख में सबसे ज्यादा डिमांड में रहने वाले क्षेत्रों में से एक है जो आग की रोकथाम से संबंधित है। इसे एक खतरनाक पेशा कहा जा सकता है जिसके लिए सार्वजनिक सेवाओं के प्रति प्रतिबद्धता की मजबूत भावना की आवश्यकता होती है।

एक फायर इंजीनियर क्या करता है?

एक फायर इंजीनियरिंग को जितनी जल्दी हो सके परिवर्तनों को अनुकूलित करना होता है। फायर इंजीनियरिंग भी सुरक्षा उपाय प्रदान करके और जीवन स्तर के मानकों को बढ़ाकर दिन-दर-दिन आधार पर होने वाली किसी भी खतरनाक घटना को रोकने से संबंधित क्षेत्र है।

फायर इंजीनियरिंग बनने के लिए क्या स्किल होनी चाहिए?

अच्छा बात करने का तरीका।

संगठन में काम करने की क्षमता।

परिस्थितियों का मूल्यांकन करने की कला।

त्वरित निर्णय लेना और समस्याओं को हल करना।

लीडरशिप क्वालिटी।

फायर इंजीनियरिंग के लिए शैक्षिक योग्यता?

फायर इंजीनियरिंग में बीई के लिए आपको रसायन विज्ञान के साथ बीएससी या फिर आप फिजिक्स या गणित या दोनों वैकल्पिक विषयों से भी कर सकते हैं। बीई में शामिल होने के लिए उम्र कम से कम 19 से 24 के बीच होनी चाहिए। इसके अलावा फायर इंजीनियरिंग में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स भी किए जा सकते हैं जो 12वीं के बाद कभी भी किए जा सकते हैं।

फायर इंजीनियरिंग- स्कोप और करियर के अवसर

फायर इंजीनियरिंग में नौकरी की संभावनाएं-

इस क्षेत्र में काम करने वाले किसी भी क्षेत्र में सरकार या निजी रूप से काम कर सकते हैं। वे पेट्रोलियम रिफाइनरियों, कपड़ा, उर्वरक इत्यादि जैसे रासायनिक या ज्वलनशील उत्पाद निर्माण फर्म में भी काम कर सकते हैं।

फायर इंजीनियरिंग का कोर्स करने के लिए टॉप कॉलेज-

उड़ीसा इंस्टीट्यूट ऑफ फायर इंजीनियरिंग और सेफ्टी मैनेजमेंट

नेशनल एकेडमी ऑफ फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग, महाराष्ट्र

दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ फायर इंजीनियरिंग, दिल्ली

फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग संस्थान

फायर एंड सेफ्टी मैनेजमैंट ट्रेनिंग इंडिया, उत्तराखंड

फायर इंजीनियरिंग और सेफ्टी मैनेजमैंट संस्थान, तेलंगाना

नेशनल सेंटर फॉर प्रोफेशनल ट्रेनिंग, केरल

हैदराबाद इंस्टीट्यूट ऑफ फायर इंजीनियरिंग

फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट, मैंगलोर

फायर इंजीनियरिंग के बाद किन पदों पर काम कर सकते हैं?

डिज़ाइन डायरेक्टर

इंजीनियर

फायर सेफ्टी इंजीनियरिंग

क्या सैलरी मिलती है?

फायर सेफ्टी इंजीनियरिंग करने के बाद आपको हर साल 264, 932 रुपये तक सैलरी मिल जाती है। इसके अलावा अन्य निजी क्षेत्रों में नौकरी पाने के अवसर आम तौर पर कुछ सालों के अनुभव के बाद ही मिलते हैं।

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