बॉलीवुड डेस्क। हिंदी सिनेमा जगत में कई बेहतरीन कलाकार हुए हैं, इनमें से कई कलाकार आये और बेहिसाब प्रसिद्धि पाकर अचानक गुमनामी के अँधेरे में खो गए। यहाँ हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे बॉलीवुड स्टार्स के बारे में जिन्हें अपने जीवन के अंतिम समय में ठीक से खाना भी नसीब नहीं हुआ।

श्रीवल्लभ व्यास: अभिनेता श्रीवल्लभ व्यास आमिर खान की फिल्म 'लगान' में ईश्वर काका के किरदार में नजर आये थे। कुछ साल पहले एक फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्हें पैरालिसिस अटैक आया। जिसके बाद वे लिक्विड डायट पर रहने लगे। हाल ही में मंगलवार को 60 की उम्र में उनका निधन जयपुर में हो गया।

परवीन बाबी: सिजोफ्रेनिया नाम की मानसिक बीमारी से पीड़ित रही एक्ट्रेस परवीन बाबी के अंतिम समय में उनके शरीर के सभी अंगों ने काम करना छोड़ दिया था। 20 जनवरी, 2005 को परवीन बाबी ने दुनिया को अलविदा कह दिया।

रामी रेड्डी: साउथ इंडियन और बॉलीवुड में विलेन के किरदार में दिखाई देने वाले रामी रेड्डी लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे। रेड्डी ने 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। एक लंबी बीमारी के बाद 14 अप्रैल 2011 को उनका निधन हो गया।

गैविन पैकर्ड: 'त्रिदेव' (1989), 'चमत्कार' (1992), 'मोहरा' (1994) और 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' (1996) जैसी फिल्मों में नजर आए एक्टर गैविन पैकर्ड की अंतिम विदाई में कोई स्टार शामिल नहीं हुआ। 47 साल की उम्र में 18 मई 2012 को रेस्पिरेटरी डिसऑर्डर की वजह से गैविन की मौत हो गई।

निशा नूर: 80 के दशक में साउथ सिनेमा की एक्ट्रेस निशा नूर को एक प्रोड्यूसर ने धोखे से प्रॉस्टिट्यूशन में धकेल दिया था। जीवन के आखिरी दिनों में उन्हें बेहद ख़राब हालत में सड़क पर पाया गया। 2007 में निशा एड्स की बीमारी और ख़राब हालत के चलते दुनिया को अलविदा कह गई।

एके हंगल: पॉपुलर डायलॉग 'इतना सन्नाटा क्यों है भाई' से मशहूर हुए एक्टर एके हंगल का 98 साल की उम्र में 26 अगस्त 2012 को निधन हो गया। कई बीमारियों से अपने अंतिम समय में जूझ रहे हंगल ने ये दिन टूटे-फूटे किराये के घर में गुजारे।

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