इंटरनेट डेस्क| बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने कहा कि वह फिर से उन सभी चीज़ों से नहीं गुजरना चाहता है जिनका सामना वह पहले कर चुके है। संजय दत्त इन दिनों अपनी बायोपिक संजू के लिए सुर्ख़ियों में बने हुए है जो कि उनके जीवन पर बनी है। इस फिल्म में उनके जीवन में आये उतार-चढ़ावों को दिखाया गया है। इस फिल्म को देखने के बाद आलोचक इसे संजय दत्त की छवि को साफ़ करने के लिए के साजिश बता रहे है।

इन आरोपों पर सफाई देते हुए एक इंटरव्यू में संजय दत्त ने कहा कि 'छवि साफ करने के लिए कौन 50 करोड़ रूपये खर्च करता है? मैंने फिल्म निर्माताओं को सब कुछ बताया और फिल्म में क्या दिखाया जाएगा और क्या नहीं यह निर्णय उन्हीं का था। बायोपिक का यह विचार मान्यता का था और इस बारे में मान्यता ने ही राजकुमार से बात की थी जब मैं जेल में था।

अपने जीवन में हुई घटनाओं को याद करते हुए दत्त ने कहा कि एक बन्दूक ने मेरी ज़िंदगी बर्बाद कर दी। उन्हें 1993 के मुंबई विस्फोटों के बाद उनके घर से एक बंदूक मिलने के बाद आतंकवाद विरोधी कानून टाडा के तहत दोषी पाया गया था जिसे बाद में रद्द कर दिया गया था जिसमें 250 से ज्यादा लोग मारे गए थे। दत्त ने कहा, "मैंने अपने घर पर बंदूक रखने के लिए एक बड़ी कीमत चुकाई है।"

जब दत्त को मुंबई एयरपोर्ट से उस समय गिरफ्तार किया गया था जब उनकी कई फिल्में हिट हुई थी। संजय ने यह कबूल किया था कि उन्होंने बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद मुंबई दंगों के दौरान खतरों के चलते अपने परिवार की रक्षा करने के लिए यह बंदूक अपने घर में रखी थी।

इस के बाद संजय को काफी लंबी क़ानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ा था जिसने उनकी पेशेवर और निजी जीवन को प्रभावित किया। उनपर लगे आतंक के आरोपों की वजह से पुलिस की नजर लगातार उनपर रही है। फिल्म में उनके इसी कानूनी संघर्ष को व्यापक रूप से दिखाया गया है।

अपने 35 साल के फिल्मी करियर में संजय दत्त ने कई हिट फिल्में दी है और कई अवार्ड्स भी जीते है। इन दिनों संजय दत्त अपनी अपकमिंग फिल्म 'साहब बीवी और गैंगस्टर' के प्रमोशन और लखनऊ में फिल्म 'प्रस्थानम' में व्यस्त है।

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