आदित्‍य धर यामी गौतम से शादी के बाद चर्चा में हैं। आदित्‍य धर में लोगों की दिलचस्‍पी बढ़ गई है। अपनी पहली ही फिल्‍म 'उरी: द सर्जिकल स्‍ट्राइक' से आदित्‍य ने नैशनल अवॉर्ड तक में झंडा लहराया था। उनके हुनर की खूब तारीफ भी हुई थी। लेकिन हर इंसान की जिंदगी में सफलता संघर्ष के बाद आती है। ऐसा ही एक दौर आदित्‍य धर की जिंदगी में भी था।


आदित्‍य धर ने हमारे सहयोगी 'मेन्‍स एक्‍सपी' को दिए एक इंटरव्‍यू में अपने संघर्ष और फिर सफलता की कहानी शेयर की थी। आदित्‍य धर दिल्‍ली के रहने वाले हैं। 12 मार्च 1983 को उनका जन्‍म हुआ।

आदित्‍य 2006 में मुंबई आए थे और एक असिस्‍टेंट डायरेक्‍टर के तौर पर करियर की शुरुआत की थी। वह बताते हैं, 'मैं हर दिन सुबह जल्‍दी उठता था। मैं हर प्रोडक्‍शन हाउस के चक्‍कर लगाता था, उनसे काम मांगता था। मैंने थ‍िएटर में काम किया था और हमेशा से यह सोचता था कि आख‍िर डायरेक्‍टर कैसे काम करते हैं।

आदित्‍य इंडस्‍ट्री के उस स्‍याह सच का भी खुलासा करते हैं, जिससे अधिकतर लोग अनजान हैं। वह बताते हैं, 'उन दिनों असिस्‍टेंट डायरेक्‍टर्स के साथ बहुत बुरा बर्ताव किया जाता था। कुछ ही प्रोडक्‍शन हाउस ऐसे थे जहां असिस्‍टेंट डायरेक्‍टर से पानी भी पूछा जाता था। मैंने कुछ दिन एक रेडियो जॉकी के तौर पर भी काम किया था। मेरे पास कुछ सेविंग्‍स थे, लेकिन वह खत्‍म होने लगे थे। मुझे आज भी याद है कि मैं सांताक्रूज इलाके में जीएस एंटरटेनमेंट के पास काम मांगने गया था। उन्‍होंने कहा कि कोई काम नहीं है। बाहर निकला तो मैंने विधू विनोद चोपड़ा का प्रोडक्‍श हाउस देखा। मैं वहां चला गया। मैं बुरी तरह थका हुआ था। मेरा कोई फिल्‍मी बैकग्राउंड भी नहीं था। मैं तो एक इंटर्न के तौर पर भी काम करने को तैयार था।'

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