पॉलिटेक्निक डिप्लोमा क्यों किया जाए, यहां जानिए पूरी कहानी
इंटरनेट डेस्क। पॉलिटेक्निक कोर्स के बारे में आपने सुना ही होगा जिसका क्रेज आज के युवाओं में काफी ज्यादा हो गया है। पॉलिटेक्निक तकनीकी शिक्षा बोर्ड और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से संबद्ध डिप्लोमा कोर्स है। इसने भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सामुदायिक पॉलिटेक्निक योजनाबद्ध शुरू कर दिए हैं।
डिप्लोमा और पोस्ट-डिप्लोमा में तकनीकी शिक्षा के कई तरह के कोर्स करवाए जाते हैं। इसके अलावा पॉलिटेक्निक कॉलेजों में कई तरह की देश की नामी कंपनियां जॉब के लिए आती है।
पॉलिटेक्निक कोर्स करने के फायदे-
जो लोग पॉलिटेक्निक कोर्स पूरा करते हैं वे इंजीनियरिंग कोर्स में शामिल हो सकते हैं और उन्हें कम फीस और समय के साथ पूरा कर सकते हैं।
छात्र जो पॉलिटेक्निक कोर्स पूरा करते हैं वे ईएसईटी प्रवेश परीक्षा लिखकर इंजीनियरिंग के दूसरे साल में एडमिशन ले सकते हैं।
पॉलीटेक्निक में छात्र जो छात्र पढ़ते हैं वे भी इंजीनियरिंग करने के बाद डिप्लोमा और डिग्री दोनों साथ में रख सकते हैं।
पॉलिटेक्निक कॉलेजों में एडमिशन कैसे ले सकते हैं-
उम्मीदवार जो पॉलिटेक्निक कॉलेजों में एडमिशन लेना चाहते हैं, वे सीईटी कॉमन प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवार सीईटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
आम प्रवेश परीक्षा के लिए क्या है योग्यता मानदंड-
सीईटी परीक्षा में उपस्थित उम्मीदवारों को डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लेने के लिए 21 साल की कम से कम उम्र और 10+2 पास किया होना चाहिए। इसके अलावा इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, मेडिकल प्रयोगशाला और परिधान फैब्रिकेशन जैसे तकनीकी कोर्स के लिए छात्रों को कम से कम योग्यता विज्ञान, अंग्रेजी और गणित में कुल 35% के साथ क्लास 10वीं पास करनी जरूरी होती है।
ये हैं पॉलिटेक्निक की सरकारी कॉलेज-
अम्बेडकर पॉलिटेक्निक कॉलेज
आर्यभट्ट पॉलिटेक्निक कॉलेज
गोबिंद बल्लभ पंत पॉलिटेक्निक कॉलेज
गुरु नानक देव पॉलिटेक्निक कॉलेज
कस्तूरबा पॉलिटेक्निक कॉलेज
मीराबाई प्रौद्योगिकी संस्थान
पुसा पॉलिटेक्निक
भाई परमानंद बिजनेस स्टडीज संस्थान
दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ टूल इंजीनियरिंग