इंटरनेट डेस्क। 1) इंजीनियरिंग-


अब तक, इंजीनियरिंग को भारत में करियर के लिहाज से ही उन्मुख परंपरागत कोर्स माना जाता है। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) का कहना है कि लगभग दस लाख इंजीनियर हर साल देश भर की कॉलेजों से निकलते हैं। इंजीनियरिंग के लिए चाहे क्रेज कम हो गया हो लेकिन हर साल इसके लिए हजारों की संख्या में छात्र आते हैं।

2) लॉ-
भारत में लॉ एजुकेशन की हमेशा से ही मांग रही है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का अनुमान है, कुछ 400,000 छात्र हर साल कानून की डिग्री लेते हैं। बैचलर ऑफ़ आर्ट्स एंड लेगम बैक्केलायरस (एलएलबी) नामक पांच साल का कोर्स मुख्य रूप से भारत के सरकारी कॉलेजों में करवाया जाता है।

3) मेडिकल-
12वीं के बाद सबसे आकर्षक कोर्स में से मेडिकल भी एक है। 55,000 से अधिक छात्र हर साल डॉक्टरों के रूप में ग्रेजुएट होते हैं। इनमें एलोपैथी, आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी और डेंटल शामिल है। मेडिकल में आप बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ साइंस (एमबीबीएस), बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड साइंस (बीएएमएस), बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड साइंस (बीयूएमएस), बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड साइंस (बीएचएमएस), बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस ) जैसे कोर्स कर सकते हैं।

4) आर्किटेक्चर-
अनुमानित 50,000 छात्र हर साल भारत में पांच साल के बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (बीएआरएचएच) कोर्स को करते हैं। लेकिन यह आंकड़ा संदिग्ध है। आर्किटेक्चर राज्य के विभिन्न समाज, सिविल इंजीनियरों अनौपचारिक रूप से भी किया जाता है। आर्किटेक्चर कोर्स को करने के लिए औसतन 200,000 रूपये लग जाते हैं।

जे जे स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर, मुंबई, नरसी मोंजी कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट, मुंबई जैसे कुछ फेमस आर्किटेक्चर कॉलेज हैं।

5) पत्रकारिता-
विज्ञापन के साथ-साथ प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल न्यूज मीडिया में तेजी हो रही है जिसके कारण युवाओं का भी इस क्षेत्र में काफी रूझान बढ़ा है। 12वीं के बाद आजकल पत्रकारिता कोर्स करने के लिए काफी युवा आवेदन कर रहे हैं।

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