कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के साथ ही लोगों के मन में अब यह सवाल उठ रहा है कि बच्चों के स्कूल और कॉलेज कब से खुलेंगे। नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने बताया कि सरकार अभी कोई जोखिम नहीं लेगी। उन्होंने कहा कि जब ज्यादा से ज्यादा शिक्षकों और स्कूलों के स्टाफ को कोरोना की वैक्सीन लग जाएगी तभी स्कूलों को फिर खोलने पर विचार किया जाएगा।

कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के साथ ही कई राज्यों में लॉकडाउन में ढील दी जा रही है। दिल्ली, यूपी, बिहार, झारखंड समेत देश के अलग-अलग राज्यों में जनजीवन फिर से पटरी पर लौट रहा है। डॉक्टर पॉल ने कहा कि कोरोना वायरस जैसे रूप बदल रहा है, उसे देखते हुए यह नहीं कहा जा सकता कि आगे चलकर यह बच्चों को अभी की तरह ज्यादा प्रभावित नहीं करेगा। इसलिए स्कूल खोलने का फैसला तभी लिया जाएगा जब पूरा भरोसा हो जाएगा कि महामारी नुकसान नहीं पहुंचा पाएगी।

यूपी सरकार ने 1 जुलाई से प्राइमरी और जूनियर स्कूलों को खोलने का फैसला किया है। इस दौराना स्कूलों में सिर्फ प्रशासनिक काम होंगे। बच्चों को अभी स्कूल नहीं बुलाया जाएगा। स्कूल में सिर्फ टीचर और अन्य स्टाफ ही आएंगे। बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन ही जारी रहेगी।

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