भारतीय नागरिक सेवाओं में अधिकारियों को शामिल करने के लिए यूपीएससी हर साल सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। एक बार परीक्षा को क्लियर कर लेने के बाद अलग अलग पदों जैसे आईएएस (IAS), आईआरएस (IRS), आईपीएस (IPS), आईडीईएस (IDES),आईटीएस (ITS) आदि के तौर पर चुने जाते हैं इसके अलावा विदेशों में भी सेवा करने का अवसर प्राप्त होता है। यूपीएससी की परीक्षा का पैटर्न काफी हार्ड होता है और इस परीक्षा को पास करना भी इतना आसान नहीं है लेकिन नामुमकिन भी नहीं है।

एग्जाम 3 स्टेप्स में होता है। इनमे प्रिलिमाइनरी, मेन और इंटरव्यू राउंड होता है। अगर एक स्टेप को कैंडिडेट्स क्लियर नहीं कर पाते हैं तो वे वहीं से बाहर हो जाते हैं।

यूपीएससी आईएएस प्रिलिमाइनरी एग्जाम पैटर्न

इसमें General Studies और CSAT के एग्जाम होते हैं। इनकी समय सीमा 2 घंटे की होती है। General Studies के 100 और CSAT के 80 सवाल आते हैं। इनमे नेगेटिव मार्किंग भी होती है।

तैयारी कैसे शुरू करें

आईएएस की तैयारी करने के लिए कम से कम 1 वर्ष का समय लगता ही है। इसमें आपको सभी विषयों के बारे में पढ़ना होगा। चूंकि आप घर में तैयारी कर रहे हैं, इसलिये बिना किसी बाहरी मार्गदर्शन के आपको एक अध्ययन योजना बनानी चाहिए।

CSAT (सी-सैट) की तैयारी कैसे करें।

सी-सैट के लिये कैंडिडेट को कई तरह के सब्जेक्ट्स पढ़ने होंगे। इनमे गणित, विज्ञान व इंजीनियरिंग शामिल है। आप पिछले कुछ सालों के पेपर्स को सॉल्व करने का प्रयास भी कर सकते हैं। यह भी ध्यान रहे कि अगर कैंडिडेट को सी-सैट पेपर में सफलता नही मिली है तो भले ही जीएस पेपर 1 में अच्छे मार्क्स आने पर भी वह आगे नहीं बढ़ सकता है।

डेटा और फैक्ट्स को स्टडी करना।

यूपीएससी प्रिलिमाइनरी एग्जाम के बारे में एक आम गलत धारणा यह भी है कि इसके लिये बहुत सारे डेटा और फैक्ट्स को याद करने की अवश्यकता होती है। लेकिन आपको यह नहीं भूलना चाहिए कि आपसे अलग अलग तरह के सवाल पूछे जाएंगे जिनमे एनालिटिकल एबिलिटी और कांसेप्ट को सोल्व करना शामिल है, क्योंकि आपको 120 मिनटों में 200 सवालों का जवाब देना होगा जो प्रति मिनट एक प्रश्न से भी कम है।

करंट अफेयर्स की समझ

सिर्फ किताबी ज्ञान ही काफी नहीं है, वर्तमान में क्या हो रहा है इस से भी आपको अवगत रहने की जरूरत है। इसके लिए आप समाचार देख सकते हैं, न्यूज़ पेपर पढ़ सकते हैं।

आईएएस टेस्ट पेपर से प्रैक्टिस

आपको सवालों को निश्चित समय सीमा में हल करने का प्रयास करना चाहिए। किसी टॉपिक की केवल प्रेक्टिस नहीं है बल्कि उसे निश्चित समय में हल कर के ही आप इस एग्जाम को क्लियर कर सकते हैं।

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