भारत के पूर्व रक्षामंत्री व गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के स्वस्थ्य होने की कामना सभी देशवासी कर रहे हैं। उनकी बीमारी किसी से छुपी नहीं है। अमेरिका में महीनों तक इलाज कराने के बाद मनोहर पर्रिकर इन दिनों कामकाज भी संभाल रहे हैं। उनकी नाक में पाइप लगा है, वह मदद लेकर चलते हैं। बता दें कि इस असहज स्थिति में भी मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को गोवा विधानसभा में बजट पेश किया। बजट पेश करने के दौरान उनकी बोली भले ही धीमी रही, लेकिन उनके तेवर उनके शब्दों में साफ झलक रहे थे। बजट पेश करने से पहले पर्रिकर ने क​हा कि कुछ ऐसी परिस्थितियां हैं, जिससे वह विस्तृत बजट पेश नहीं कर सकते हैं, बावजूद इसके बहुत ज्यादा जोश में हैं और पूरी तरह से होश में हैं।

बता दें कि बीमारी का इलाज कराकर लौटे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर यह आरोप लगाया था कि उन्होंने शिष्टाचार भेंट का इस्तेमाल अपने तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए किया। उन्होंने कहा कि हम दोनों के बीच हुई 5 मिनट की मुलाकात में राफेल मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं हुई थी।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लिखे पत्र में मनोहर पर्रिकर ने कहा कि 29 जनवरी को वह बिना किसी पूर्व सूचना के मेरे स्वास्थ्य का हाल पूछने के लिए मेरे यहां आए थे। दलगत भावना से ऊपर उठकर एक अस्वथ्य व्यक्ति का हाल जानना एक अच्छी परंपरा है। आपसे मेरी मुलाकात को लेकर आज सुबह समाचार पत्रों में जिस ढंग से बयान प्रकाशित हुआ, उसे पढ़कर मुझे आश्चर्य भी हुआ और मैं आहत भी हूं। आपने मेरे स्वास्थ्य का हाल जानने के बहाने अपने निम्न स्तरीय राजनीतिक हितों को साधने का कार्य किया है। मैं उसकी कल्पना भी नहीं कर पा रहा हूं। मीडिया में आपके हवाले से यह खबर आ रही है कि मैने आपको बताया है कि राफेल की प्रक्रिया में मैं कहीं नहीं था, मुझे कोई जानकारी नहीं थी। इस वजह से मैं बहुत हारा हुआ महसूस कर रहा हूं।

जबकि ठीक इसके विपरीत कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के उपरोक्त तमाम आरोपों को एक सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पर्रिकर ने केवल दबाव में आकर पीएम मोदी से वफादारी दिखाने के लिए उन्हें निशाना बनाया है।

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