एक बेहतर देश और विकास के लिए समाज का शिक्षित होना बेहद जरूरी है। शिक्षित समाज एक विकसित देश का निर्माण करता है। भारत देश में लोग शिक्षित तो हैं लेकिन समाज का हर एक तपका शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रहा है। दूसरे शब्दों में कहें तो देश में शिक्षा का अभाव है।

लेकिन आज हम अपने इस आर्टिकल मेंदुनिया के ऐसे 10 सबसे पढ़े-लिखे देशों के बारे में और उसकी एजुकेशन सिस्टम के बारे में बता रहे हैं जो शिक्षा के क्षेत्र में भारत से कई गुणा आगे हैं और भारत को इन देशों से सलाह लेनी चाहिए।

सिंगापुर
विश्‍व में सिंगापुर का शिक्षा स्तर सबसे सर्वश्रेष्‍ठ माना जाता है। विज्ञान व गणित में इस देश का स्कोर भारत से कहीं अच्छा है। भारत को सिंगापुर के शिक्षा नियमों से सीखना चाहिए और उन्हें अपने एजुकेशनल सिस्टम में इम्प्लीमेंट भी करना चाहिए।

स्‍विट्जरलैंड
स्विट्जरलैंड में कुल 25 से 64 वर्ष के लोग 86 प्रतिशत तक शिक्षित हैं। हर साल यह देश लगभग 20000 से अधिक डॉलर अपने छात्रों पर खर्च कर देता है। भारत की सरकार को भी अपनी आय का कुछ भाग शिक्षा पर खर्च करना चाहिए जिस से कि भारत देश भी शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल आ सके।

कतर
कतर फाउंडेशन को 1995 में वहां के लोगों को शिक्षा प्रदान करने के लिए बनाया गया था। यह फाउंडेशन एक नॉन प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन है। इसलिए यह देश शिक्षा के क्षेत्र में भी भारत से आगे है। यहाँ के उन नियमों को भारत को अपनाना चाहिए जिनसे भारत के उन लोगों को भी शिक्षा प्राप्त हो सके जिनको शिक्षा का अभाव है।

बेल्‍जियम
शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी बेल्जियम में केवल 3 प्रतिशत नागरिक ही बेरोज़गार होते हैं। इस देश में लोगों की सैलरी औसतन 74000 डॉलर है। यह वकाई काफी ज्यादा है। सोचिए यदि भारत में भी लोगों की सैलरी इतनी ही हो तो भारत देश भी कितना आगे बढ़ सकता है और तरक्की कर सकता है।

नीदरलैंड्स
नीदरलैंड्स का लगभग हर तीसरा व्यक्ति यूनिवर्सिटी डिग्री होल्डर होता है। नीदरलैंड की सरकार भी अपने देश के शिक्षाक्षेत्र में बहुत ध्यान देती है। भारत सरकार को भी शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है और इस मामले में अन्य देशों से सीखने की भी बेहद जरूरत है।

नार्वे
यह देश 14000 डॉलर प्रतिवर्ष प्राइमरी एजुकेशन से टेरिट्री एजुकेशन तक हर व्यक्ति पर खर्च करता है।

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