अगर आप आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), आईएफएस (IFS) में अंतर नहीं जानते हैं तो हमारा ये आर्टिकल आपके लिए बेहद अहम साबित होगा। बता दे अधिकारी संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सिविल सेवा परीक्षा पास करने के बाद चयनित किए जाते हैं। यहां हम आपको इनके काम करने का तरीका आदि के बारे में जानकारी दे रहे हैं। चलिए जानते हैं ...

IAS (इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस): इस पद के लिए सिविल सेवा परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करनी होती हैं। इस परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करने वाले उमीदवार को आईएएस का पद दिया जाता हैं। आईएएस अधिकारी संसद में बनने वाले कानून को अपने इलाके में लागू करवाने और नई नीतियां और कानून बनवाने में सहयोग देते हैं। इन अधिकारीयों को कैबिनट सेकेट्री, अंडर सेकेट्री आदि भी बनाया जा सकता हैं।

IPS (इंडियन पुलिस सर्विस): इंडियन पुलिस सर्विस का काम उसके क्षेत्र में कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करवाना हैं। इस सर्विस में उमीदवार को आईपीएस एसपी से लेकर आईजी, डेप्यूटी आईजी, डीजीपी तक का पद बनाया जा सकता हैं।

IFS (इंडियन फॉरेस्ट सर्विस): इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारी विदेश मंत्रालय में अपनी सेवाओं का निर्वहन करते हैं। यूपीएससी क्लियर करने के तीन साल की ट्रेनिंग के बाद आईएफएस ऑफिसर बनने का सपना उमीदवार पूरा कर सकता हैं। इस सर्विस के अधिकारी डिप्लोमेसी से जुड़े मामले और द्विपक्षीय मामलों को हैंडल करने का काम करता हैं।

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