आईएएस भारतीय प्रशासनिक सेवा की सबसे शीर्ष स्तर की जॉब मानी जाती है। यह 24 सिविल सेवाओं जैसे आईपीएस, आईएफएस इन सब के बीच सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में से एक मानी जाती है। इन पदों के लिए यूपीएससी उम्मीदवारों का चयन करने के लिए सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) हर साल आयोजित करता है।

इसके अलावा भारतीय प्रशासनिक सेवा में चुने गए एक अधिकारी को कलेक्टर, आयुक्त, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के प्रमुख, मुख्य सचिव, कैबिनेट सचिव इत्यादि जैसी बहुत ही विविध भूमिकाओं में काम करने का मौका मिलता है। न केवल अनुभव और चुनौतियों बल्कि जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए भी लाखों लोगों ने आईएएस को एक अद्वितीय करियर विकल्प के रूप में हमेशा से पसंद किया है।

कैसे बनें आईएएस ऑफिसर-
आईएएस परीक्षा को आधिकारिक तौर पर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा कहा जाता है। यूपीएससी सीएसई में 3 चरण होते हैं - प्रीलिम, मेन और इंटरव्यू। भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होना एक तरह की प्रतिस्पर्धा होने के साथ-साथ पूरी तैयारी की परीक्षा है।

सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई)-
यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) सही उम्मीदवारों का चयन करने के लिए जिम्मेदार सरकारी एजेंसी है। हर साल संयुक्त रूप से सभी 24 सेवाओं के लिए लगभग 1000 उम्मीदवार चुने जाते हैं। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या 2016 में लगभग 9 लाख थी, जिनमें से लगभग 4.5 लाख उम्मीदवार परीक्षा देने के लिए उपस्थित हुए थे।

सिलेबस की गहराई और प्रतिस्पर्धा होने के कारण इस परीक्षा को व्यापक रूप से दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। परीक्षा का पहला चरण यानि कि प्रीलिम्स आमतौर पर जून के आसपास आयोजित किया जाता है, जबकि दूसरा चरण, मेन (लिखित) अक्टूबर के आसपास आयोजित किया जाता है। जो लोग दोनों चरणों को पास कर लेते हैं उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।

आईएएस परीक्षा के लिए योग्यता मानदंड-
यूपीएससी सीएसई में उपस्थित होने के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता किसी भी विषय में ग्रेजुएशन डिग्री होना जरूरी है। इसके अलावा कॉलेज के आखिरी साल के छात्र भी आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवार यूपीएससी सीएसई परीक्षा देने के लिए योग्यता मानदंडों को वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं।

कितनी बार दे सकते हैं आईएएस परीक्षा-
यूपीएससी सीएसई में एक सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार के लिए परीक्षा देने के लिए प्रयासों की संख्या 6 है। ओबीसी उम्मीदवारों के लिए प्रयासों की संख्या 9 है, जबकि अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आईएएस परीक्षा के लिए असीमित प्रयास हैं।

क्या उम्र की सीमा है?

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए उपस्थित होने की न्यूनतम उम्र 21 साल है। सामान्य श्रेणी के लिए ऊपरी आयु सीमा 32 साल है और ओबीसी के लिए यह 35 साल है।

IAS परीक्षा का सिलेबस-

यूपीएससी परीक्षा के लिए उसके सिलेबस को समझना सबसे पहले जरूरी है। सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में 200 अंक (सामान्य अध्ययन पेपर I और सामान्य अध्ययन पेपर II) के दो पेपर होते हैं। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में उम्मीदवार की रैंक केवल मेन और इंटरव्यू में बनाए गए स्कोर पर निर्भर करती है। लिखित परीक्षा (मुख्य) में 9 पेपर होते हैं लेकिन अंतिम योग्यता रैंकिंग के लिए केवल 7 पेपरों को ही माना जाता है।

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