जिंदगी में सभी का अपने अलग अलग सपने होते हैं। कुछ डॉक्टर या इंजीनियर बनना चाहते हैं तो कोई टीचर, कोई वेब डेवलपर बनना चाहता है तो कोई पायलट। लेकिन बहुत से लोगों को इस बारे में पता नहीं होता है कि पायलट कैसे बनना है? इसमें कितना खर्चा आता है और कौनसा कोर्स करना होता है। आज हम आपको अपनी पोस्ट के माध्यम से वही सब बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इस बारे में।
सब से पहले एक बात जान लेना जरूरी है कि इसके लिए आपको काफी मेहनत करनी होगी। पायलट भी कई तरह के होते हैं। कुछ एयर फ़ोर्स पायलट होते हैं तो कुछ कर्मशियल पायलट। इन सभी के लिए एक अलग प्रोसेस होती है। आज हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि कमर्शियल पायलट कैसे बना जाता है।

पायलट बनने के लिए एलिजिबिलिटी

फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ्स सब्जेक्ट के साथ 12th पास होना चाहिए
12वी में 50% मार्क्स होना जरूरी है।
कैंडिडेट को भारत का नागरिक होना चाहिए
कैंडिडेट की हाइट कम से कम 5 फीट होनी चाहिए
ऑय विज़न परफेक्ट होना चाहिए

साइंस सब्जेक्ट से 12th पास होना जरूरी है

आपके पास 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स होना जरुरी है। इसके साथ 12th में 50 प्रतिशत मार्क्स होना जरूरी है।

स्टूडेंट पायलट लाइसेंस के लिए अप्लाई करे

12वीं पास करने के बाद उस कैंडिडेट को स्टूडेंट पायलट लाइसेंस के लिए अप्लाई करना होगा इसके लिए आपको DGCA यानि की डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ सिविल एविएशन ,Government of India के अंडर जो कॉलेज आते हैं और एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना होगा। इसके बाद एलिजिबिलिटी के लिए आपको मेडिकल टेस्ट भी क्लियर करना होगा।

इसके लिए आपको कुछ पॉइंट्स भी ध्यान में रखने होंगे।

कैंडिडेट की उम्र 16 साल होनी चाहिए
DGCA कॉलेज में एंट्रेंस एग्जाम के लिए अप्लाई करे
मेडिकल पास करें।

प्राइवेट पायलट लाइसेंस के लिए अप्लाई करे

SPL क्लियर करने इसके बाद आप आपको प्राइवेट पायलट लाइसेंस ) के लिए अप्लाई करना होगा। इसके लिए आपको एक एग्जाम पास करने की जरूरत होगी।

कमर्शियल पायलट लाइसेंस के लिए अप्लाई करे

जैसे ही (SPL) और (PPL) की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद आपको कमर्शियल पायलट लाइसेंस की जरूरत होगी। जिसे हासिल करने के लिए आपको एग्जाम देने होते है और कुछ टेस्ट भी देने होते हैं। इसके बाद आप कमर्शियल पायलट बन सकते हैं।

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