इस दुनिया में हमें अलग अलग रंग की त्वचा वाले लोग मिल जाएंगे। कुछ लोगों का रंग गोरा होता है तो कुछ का काला। वहीं कुछ लोगों की त्वचा का रंग सांवला होता है। तो आपने कभी सोचा कि ऐसा क्यों होता है? आइये जानते हैं इसके पीछे का कारण।

यह होता है त्वचा के अलग अलग रंगों का कारण
आनुवंशिक कारण:- सबसे पहले ज्यादातर बच्चों की त्वचा का रंग वही होता है जो उनके माँ बाप की त्वचा का होता है। यानी कि आनुवांशिक आधार पर बच्चे की त्वचा का रंग निर्भर करता है।

दूसरा कारण मेलानिन पदार्थ:- कई बार अपने देखा होगा कि बच्चों की त्वचा का रंग वैसा नहीं होता है जैसा कि उनके माँ बाप का होता है। इसके लिए मेलेनिन पदार्थ जिम्मेदार होता है। आँखों, बालों और त्वचा के रंग के लिए मेलेनिन ही जिम्मेदार होता है।

मानव में मेलानिन की भूमिका
यदि शरीर में मेलानिन कम हो तो आँखों का रंग हरा या नीला, बालों का रंग सुनहरा और स्किन कलर वाइट जाता है। कम धूप वाले सर्द क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में मेलानिन कम होता है वहीं अधिक धूप वाले गरम क्षेत्रों के लोगों में मेलानिन अधिक होता है। ये सूरज की युवी रेज से भी शरीर की रक्षा करता है।

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