इंटरनेट डेस्क। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) क्लास 10वीं और क्लास 12वीं के छात्रों की परीक्षा कॉपियों की गलत जांच के लिए सख्त होता हुआ दिखाई दे रहा है। सीबीएसई की तरफ से कहा गया है कि जिन टीचरों ने गलत तरीके से कॉपियों की जांच की है उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बोर्ड ने एक महीने पहले (1 जून) को उन छात्रों की कॉपियों की जांच की प्रक्रिया फिर से शुरू की थी जो इस साल क्लास 10 और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं के लिए उपस्थित हुए थे और एक महीने के अंदर बोर्ड ने पाया कि बोर्ड की कॉपियों की जांच बहुत ही गलत तरीके से की गई है।

सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के गलत जांच के मामले में पटना सबसे आगे हैं-

पटना इस तरह के टीचरों की सबसे ज्यादा संख्या पहुंची है, जहां से गलत जांच वाली कॉपियां पाई गई है। पटना से 45 टीचरों को गलत तरीके से कॉपियां जांचने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।

टीचरों पर होगी कार्रवाई-

सीबीएसई के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, निलंबन सहित तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने के लिए सीबीएसई की तरफ से 27 मान्यता प्राप्त टीचरों या समन्वयकों के संबंध में नोटिस जारी कर दिया गया है।

कैलकुलेटिंग मार्क्स में गड़बड़ियां-

सीबीएसई द्वारा दुबारा मूल्यांकन प्रक्रिया में पाया गया कि कुछ छात्रों की कॉपियों में जितने नंबर उनके आने चाहिए उससे कहीं ज्यादा 50-55 अंक अधिक हासिल हुए हैं।

सीबीएसई बोर्ड की कॉपियों के लिए यहां से इतने टीचर है जिम्मेदार-

चेन्नई- 14 टीचर

इलाहाबाद- 11 टीचर

अजमेर और पंचकुला- 8 टीचर

भुवनेश्वर- 7 टीचर

दिल्ली- 5 टीचर

गुवाहाटी- 2 टीचर

त्रिवेंद्रम- 1 टीचर

सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2018:-

आपको बता दें कि बोर्ड ने इस साल मई के आखिरी सप्ताह में क्लास 10 और क्लास 12वीं के परिणामों की घोषणा की थी।

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