शिवसेना का अगर किसी पार्टी के साथ नहीं होता है गठबंधन तो उसके बाद होगा ऐसा....
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आए 13 दिन हो चुके है, लेकिन अभी तक इस राज्य में नई सरकार का गठन नहीं हो सका है। सीएम की कुर्सी को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच खींचतान लगातार जारी है।
शिवसेना की शर्तों के आगे बीजेपी झुकने को तैयार नहीं है। शिवसेना (Shiv Sena) इस कोशिश में भी लगी है कि वह कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन (Congress-NCP) के साथ मिलकर सरकार बना ले। लेकिन भाजपा के साथ कोंग्रेस और एनसीपी भी शिवसेना के फैसलों के सामने झुकना नहीं चाहती है।
महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के लिए ये 3 नेता है प्रबल दावेदार, जानिए
लेकिन यदि कोई फैसला नहीं निकलता है तो महाराष्ट्र में किसका शासन होगा? आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं इस बारे में।
कौन है महाराष्ट्र के CM पद के सबसे बड़े दावेदार आदित्य ठाकरे की गर्लफ्रेंड, जानिए
किसी पार्टी के साथ बात नहीं बनने पर होगा ऐसा
अगर शिवसेना दोनों में से किसी पार्टी के साथ बात नहीं बनती है तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा। इसके बाद यहाँ का कोई सीएम नहीं होगा लेकिन यहाँ का शासन सेंट्रल गवर्नमेंट के अंडर में आ जाएगा।
सेंट्रल गवर्नमेंट का शासन लागू होने के बाद फिर से 1 साल बाद चुनाव होंगे और सीएम पद की दावेदारी के लिए फिर से लीडर्स को भाग लेना होगा।