पासपोर्ट का रंग क्यों होता है अलग अलग, 99% लोग नहीं जानते वजह
दुनिया भर के देशों की प्लेन से यात्रा करने के लिए पासपोर्ट बेहद जरूरी होता है। पासपोर्ट्स के लिए अलग अलग रंगों को चुना गया है। पूरी दुनिया में पासपोर्ट के रंग सिर्फ लाल, नीला, हरा और काला होते है। इस कलर को चुनने के पीछे एक कारण होता है। आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं कि आखिर पासपोर्ट का रंग अलग अलग क्यों होता है?
1.लाल रंग
पासपोर्ट में सबसे आम रंग है लांल। जिन देशों का साम्यवादी इतिहास रहा है या चलता है वहां पर रेड कलर के पासपोर्ट इस्तेमाल होते हैं। चीन, सोल्वेनिया, सर्बिया, लात्विया, रोमानिया, रूस, पोलैंड और जॉर्जिया में लाल रंग के पासपोर्ट का इस्तेमाल होता है। यूरोपीय यूनियन के सदस्य देश भी पासपोर्ट में लाल रंग का इस्तेमाल करते हैं।
2.नीला रंग
नीला रंग नवीनता और नई दुनिया का प्रतीक होता है। ऐसे करीब 15 कैरीबियाई देश हैं, जिनके पासपोर्ट का रंग नीला है। इन देशों में अर्जेंटीना,ब्राज़ील और पेरुग्वे समेत अन्य कई देश शामिल है। 1976 में अमेरिका में भी पासपोर्ट के लिए नीले रंग को अपनाया गया था।
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3.हरा रंग
अधिकतर मुस्लिम देशों में हरे रंग के पासपोर्ट का इस्तेमाल किया जाता है। कई मुस्लिम देश जैसे कि मोरक्को, सऊदी अरब और पाकिस्तान में पासपोर्ट का रंग हरा है। हरे रंग को धार्मिक आस्था से जोड़ कर देखा जाता है और पैगंबर को भी ये प्रिय होता है। कई पश्चिमी अफ्रीकी देशों जैसे नाइज़ीरिया, बुर्किना फासो, आइवरी कोस्ट, नाइज़र और सिनेगल में भी पासपोर्ट में हरे रंग का इस्तेमाल किया जाता है।
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4.काला रंग
पासपोर्ट में काले रंग का प्रयोग बहुत ही कम देश करते हैं। इन देशों में गैबन, बुरुंडी, जांबिया, गंगोला, बोत्सवाना, मलावी और कॉन्गो जैसे अफ्रीकी देशों में काले रंग का पासपोर्ट चलता है।