व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप ने हाल ही में एक नई सुविधा पेश की है जो उपयोगकर्ताओं को अपने फोन की स्क्रीन दूसरों के साथ शेयर करने की अनुमति देती है। हालाँकि यह सुविधा विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोगी हो सकती है, लेकिन यह संभावित जोखिमों के साथ भी आती है जिनके बारे में उपयोगकर्ताओं को जागरूक होना आवश्यक है।

Google

स्क्रीन शेयरिंग कार्यक्षमता:

व्हाट्सएप का स्क्रीन शेयरिंग फीचर व्यक्तियों को अपने फोन की स्क्रीन दूसरों को दिखाने में सक्षम बनाता है, जिससे जानकारी या सहायता आसानी से साझा करने में मदद मिलती है।

आपकी स्क्रीन तक पहुंच:

जब आप इस सुविधा को सक्रिय करते हैं, तो कोई अन्य उपयोगकर्ता आपकी स्क्रीन तक पहुंच प्राप्त कर लेता है। हालांकि यह वैध कारणों से फायदेमंद हो सकता है, लेकिन किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ अपनी स्क्रीन साझा करने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

बिना ओटीपी के धोखाधड़ी:

एक चिंताजनक पहलू यह है कि इस सुविधा का फायदा उठाने वाले स्कैमर्स को धोखाधड़ी वाली गतिविधियों को अंजाम देने के लिए ओटीपी या अतिरिक्त विवरण की आवश्यकता नहीं होती है। वे संभावित रूप से आपकी सहमति के बिना आपके खातों से पैसे निकाल सकते हैं।

Google

धोखाधड़ी के बढ़ते मामले:

धोखाधड़ी के ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां बिना सोचे-समझे व्यक्ति व्हाट्सएप स्क्रीन शेयरिंग फीचर के जरिए किए गए घोटालों का शिकार हो गए। यह इस सुविधा का विवेकपूर्ण ढंग से उपयोग करने के महत्व को रेखांकित करता है।

निवारक उपाय:

अनजान कॉल से बचें:

घोटालों का शिकार होने के जोखिम को कम करने के लिए, अज्ञात नंबरों से वीडियो या वॉयस कॉल स्वीकार करने से बचें।

google

स्क्रीन शेयरिंग में सावधानी बरतें:

स्क्रीन शेयरिंग सुविधा को चालू करने से बचें, खासकर जब अपरिचित संपर्कों द्वारा संकेत दिया जाए। अज्ञात व्यक्तियों से स्क्रीन साझा करने के किसी भी अनुरोध को अस्वीकार करें।

अपना पासवर्ड और ओटीपी सुरक्षित रखें:

अपने पासवर्ड, बैंक विवरण, क्रेडिट/डेबिट कार्ड की जानकारी या ओटीपी कभी भी किसी के साथ साझा न करें, भले ही अनुरोध किया गया हो। धोखेबाजों द्वारा आपके खातों तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त करने के लिए ऐसी जानकारी का उपयोग किया जा सकता है।

Related News