व्हाट्सएप मैसेंजर विश्व स्तर पर सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले मैसेजिंग ऐप में से एक है,यूजर्स की बढ़ती संख्या और नई सुविधाओं के साथ यह लोगों के लिए भी खतरा है। भले ही कंपनी अक्सर अपने उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा पर नज़र रखती है और लगातार गोपनीयता उपायों को जारी करती है, हैकर्स लोगों के खातों में आने के लिए नए तरीके लेकर आते हैं।

हाल ही में साइबर अपराधियों के एक समूह ने ऐप में उपलब्ध 'व्हाट्सएप पे' फीचर के जरिए लोगों से पैसे निकालने की कोशिश की। मेटा के स्वामित्व वाले टेक्स्टिंग ऐप ने हाल ही में 'व्हाट्सएप पे' फीचर पेश किया है, जहां एक उपयोगकर्ता व्हाट्सएप का उपयोग करके सीधे दूसरे उपयोगकर्ता को पैसे ट्रांसफर कर सकता है।

यूनाइटेड किंगडम में स्थित हैकर्स के इस समूह ने लोगों को धोखा देने का एक तरीका खोजा।

समूह ने बस अपने लक्ष्य को एक 'हैलो मैम' या 'हैलो डैड' संदेश भेजा और उसके बाद एक SoS संदेश तुरंत एक खाते में धन हस्तांतरित करने के लिए भेजा जिसमे ये कहा गया कि उनका बेटा या बेटी मुसीबत में हैं और उन्हें पैसे की जरूरत है।

एक स्थानीय दैनिक द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, धोखेबाज पहले ही 50,000 जीबीपी के पीड़ितों को ठगने में कामयाब हो चुके हैं।

हालांकि यह घोटाला सिर्फ यूके तक ही सीमित नहीं है, भारत में भी ऐसी ही तरकीबें सामने आई हैं जहां स्कैमर्स ने लोगों से पैसे मांगे हैं। स्कैमर्स वास्तव में अपने करीबी व्यक्ति की नकल करते हैं ताकि आप उनके उद्देश्यों पर सवाल न उठाएं। यह माता-पिता, बच्चे, भाई-बहन, मित्र, सहकर्मी आदि हो सकते हैं।

इस तरह के लेन-देन से बचने के लिए, व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपनी संपर्क सूची और जिस व्यक्ति को पैसे ट्रांसफर कर रहे हैं, उसकी दोबारा जांच करें।

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