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टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा हाल ही में एक वायरल डीपफेक वीडियो का विषय बन गए, जिसमें वह कथित तौर पर रिस्क फ्री इंवेस्टमेंट पर चर्चा कर रहे थे। कई दर्शकों का मानना था कि वीडियो ऑथेंटिक है, लेकिन वास्तव में, यह एक हेरफेर किया हुआ डीपफेक वीडियो था। रतन टाटा के वीडियो को एडिट किया गया था और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके ऑडियो में बदलाव किया गया था। टेलीग्राम सहित विभिन्न सोशल प्लेटफॉर्म पर शेयर किए गए वीडियो के साथ लोगों को ठगने का भी काम किया गया है।

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टेलीग्राम पर एक लिंक के साथ शेयर किया गया रतन टाटा का डीपफेक वीडियो

टेलीग्राम पर, वीडियो को एक संदिग्ध साइट के लिंक के साथ शेयर किया गया था। यह वीडियो सोनल अग्रवाल (@Money_Sonabot) नामक यूजर्स के टेलीग्राम चैनल के माध्यम से प्रसारित किया गया था। रिवर्स इमेज सर्च से पता चला कि इस चैनल पर इस्तेमाल की गई प्रोफ़ाइल फोटो फैशन ब्लॉगर और इंस्टाग्राम इंफ्लूएंसर सुखनीत वाधवा की थी। यह तो केवल एक चैनल की बात थी लेकिन टेलीग्राम पर इस तरह के स्कैम का पूरा भंडार है। कुल मिलाकर टेलीग्राम अब स्कैम का अड्डा बन चुका है। इस तरह के ग्रुप पब्लिक और प्राइवेट दोनों तरीके के होते हैं।

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बचने का क्या है तरीका?

सावधानी बरतें और वीडियो के साथ शेयर किए गए किसी भी वेब लिंक पर क्लिक करने से बचें।
यदि किसी वेब लिंक पर क्लिक करने से आप टेलीग्राम पर रीडायरेक्ट हो जाते हैं, तो तुरंत पीछे हटें और लिंक डिलीट कर दें।
यदि आपको निवेश का समर्थन करने वाली जानी-मानी हस्तियों वाले वीडियो मिलते हैं तो सावधानी बरतें।
निवेश करने की आखिरी तारीख या चांस जैसे अपील करने वाले मैसेज से दूर रहें।
टेलीग्राम या किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी पर्सनल इन्फॉर्मेशन शेयर करने से बचें।
अगर अनजाने में इस तरह के घोटाले का शिकार हो रहे हैं, तो तुरंत साइबर पुलिस को रिपोर्ट करें और अपने बैंक को घटना के बारे में सूचित करें।

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