जहां एक ओर सरकार डिजिटल इंडिया के लिए ऑनलाइन लेनदेन को बढ़ावा दे रही है वही दूसरी ओर ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ गए हैं। बीते कई वर्षों में ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड के मामले तेजी बढ़े हैं। इनमे आपको सावधान रहने की जरूरत है। आज हम आपको अपनी इस खबर में 4 ऐसे तरीकों के बारे में बताएंगे, जो हैकर्स लोगों को ठगने के लिए इस्तेमाल करते हैं।


हैकर्स ग्राहकों को कैशबैक या बंपर डिस्काउंट का लालच देते है, जिसके चलते वह सारी निजी जानकारी (डेबिट या क्रेडिट कार्ड) हैकर्स के साथ साझा कर देते हैं। इसके बाद हैकर्स उनके खाते से सारे पैसे उड़ा लेते हैं। लेकिन आपको ऐसे केस में सावधान रहना चाहिए।

हैकर्स इस तरीके के तहत सार्वजनिक चार्जिंग पोर्ट पर फाइल या कार्ड रीडर चिप लगा देते हैं। आपको बता दें कि यह चिप चार्जिंग पोर्ट पर लगने वाले स्मार्टफोन का सारा निजी डाटा कॉपी कर लेते हैं और साथ ही फोन में वायरस डाल देते हैं।

हैकर्स लोगों को क्विक स्पोर्ट और एनीडेस्क जैसे एप्स डाउनलोड करने को कहते हैं। इसके बाद ये एप्स हैकर्स को लोगों के फोन का पूरा एक्सेस दे देते हैं। इससे लोगों की पूरी निजी जानकारी हैकर्स तक पहुंच जाती है और हैकर्स दूर बैठे आपको फोन को कंट्रोल करता है।

इसके अलावा हैकर्स लोगों को वायरस वाले लिंक या एसएमएस भेजते हैं और इसके बाद निजी जानकारी शेयर करने को कहते हैं। जानकारी साझा करने के कुछ ही घंटों में हैकर्स लोगों के खाते से लाखों रुपये उठा लेते हैं।

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