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लैपटॉप और स्मार्टफोन आज हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गए हैं। चाहे ऑफिस हो, स्कूल हो या घर, हम हर जगह लैपटॉप और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं। बड़ों से लेकर बच्चों तक कोई भी इनसे अछूता नहीं है। चाहे ऑनलाइन क्लास अटेंड करना हो या जरूरी काम, हर किसी को लैपटॉप की जरूरत होती है। लैपटॉप और स्मार्टफोन की मदद से लोग घर बैठे ही बिल भुगतान और टिकट बुकिंग समेत कई जरूरी काम कर सकते हैं। हालाँकि, घंटों तक लैपटॉप और स्मार्टफोन का उपयोग करने से आंखों की कई समस्याएं हो सकती हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

लैपटॉप और स्मार्टफोन के इस्तेमाल से आंखों को होने वाली समस्याएं

अगर आप घंटों लैपटॉप और स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपकी आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है। फोन और लैपटॉप की स्क्रीन के लगातार संपर्क में रहने से आंखों को आराम नहीं मिलता है, जिससे कई संभावित समस्याएं हो सकती हैं। आइए उन पर चर्चा करें:

आँख का दर्द:
लैपटॉप स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी आंखों के लिए हानिकारक हो सकती है। इससे आंखों में दर्द, जलन, सूखापन और धुंधली दृष्टि हो सकती है।

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आंखों की थकान:
लगातार लैपटॉप स्क्रीन को देखते रहने से आंखों की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है। इससे आंखों में थकान, सिरदर्द और चक्कर आ सकते हैं।

आंखों की रोशनी कमजोर होना:
लैपटॉप स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी के लंबे समय तक संपर्क में रहने से आंखों की मांसपेशियों पर दबाव पड़ सकता है। इसके परिणामस्वरूप दृष्टि कमजोर हो सकती है, दूर या निकट की वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है और मायोपिया जैसी स्थितियां हो सकती हैं।

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बेचैनी और चिड़चिड़ापन:
लंबे समय तक स्क्रीन पर देखने से असुविधा, जलन और आंखों में जलन हो सकती है।

स्लीप डिस्टर्बेंस:
स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी के संपर्क में आना, खासकर सोने से पहले, नींद को नियंत्रित करने वाले हार्मोन मेलाटोनिन के उत्पादन में बाधा उत्पन्न कर सकता है। इससे नींद में खलल पड़ सकता है और आपकी समग्र नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।

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