स्वीडन ने चीनी कंपनियों हुआवेई और जेडटीई के नेटवर्क उपकरणों के इस्तेमाल पर 5 जी तकनीक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। स्वीडन ने इन कंपनियों के 5 जी तकनीक को बैन करने के पीछे देश की सुरक्षा का हवाला दिया है। सरकार द्वारा चीन को देश का सबसे बड़ा खतरा बताया गया है। बता दें कि देश के दूरसंचार नियामक ने मंगलवार को कहा कि 5 जी प्रौद्योगिकी के लिए स्पेक्ट्रम नीलामी में भाग लेने वाली चार दूरसंचार कंपनियां किसी भी तरह से हुआवेई और जेडटीई उत्पादों का उपयोग नहीं कर पाएंगी।


स्वीडिश पोस्ट और टेलिकॉम अथॉरिटी ने कहा कि टेलीकॉम कंपनियां जो 5G तकनीक के लिए अपने मौजूदा बुनियादी ढांचे का उपयोग करना चाहती हैं, उन्हें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि वे Huawei और ZTE द्वारा पहले से स्थापित उपकरणों को हटा दें। नियामक ने कहा कि शर्तें स्वीडन की सैन्य और सुरक्षा सेवाओं की समीक्षा पर आधारित थीं। वहीं हुआवेई ने स्वीडन सरकार के इस फैसले को 'आश्चर्यजनक' और 'निराशाजनक' बताया है।


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हुआवेई पर प्रतिबंध लगाने वाला स्वीडन विश्व सबसे नया देश है। हाल के दिनों में चीनी सरकार और पश्चिम देशों के बीच तनाव स्थिति ने काफी जोर पकड़ा है ऐसे में कई देश चीनी ब्रैंड और कंपनियों को अपने यहां बैन करने का फैसला किया है। जानकारी के लिए बता दें कि पिछले कुछ दिनों से अमेरिकी अधिकारियों द्वारा भी हुआएई पर प्रतिबंध लगाने के लिए यूरोप में बड़े पैमाने पर पैरवी की है।

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