इंटरनेट डेस्क। एप्पल इस साल के अंत में बेंगलुरू में फैक्ट्री से बाहर आने वाले 'मेड इन इंडिया' आईफोन के पूर्ण पैमाने पर उत्पादन शुरू कर देगा, क्योंकि यह माल और सेवाओं कर (जीएसटी) रोलआउट पर अधिक स्पष्टता का इंतजार कर रहा है।

आईफोन और आईपैड के क्यूपर्टिनो-आधारित निर्माता ने बेंगलुरु में कुछ हज़ार आईफोन एसई की असेंबली पूरी की है जो जल्द ही विक्रेता रेडिंगटन और इंग्राम तक पहुंच जाएगी।

रेडिंगटन और इंग्राम इस महीने के अंत तक घरेलू ग्राहकों को आईफोन भेजना शुरू कर देगी। यह बार बुधवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल के द्वारा दी गई।

आईफोन असेम्बल करने के मामले में भारत अब दुनिया का तीसरा देश बन चुका होगा। आईफोन 6 एस में इस्तेमाल किए गए ए 9 चिप द्वारा संचालित 4-इंच फोन, 12 मेगापिक्सेल कैमरा के साथ आता है। ऐप्पल ने कहा, आईफोन एसई दुनिया में चार इंच के डिस्प्ले वाला सबसे लोकप्रिय और शक्तिशाली फोन है।

बता दे आईफोन, आईपैड, आईपॉड और मैक के लिए पार्ट्स का निर्माण ज्यादातर 28 देशों में तीसरे पक्ष द्वारा किया जाता है। इसमें 766 आपूर्तिकर्ता शामिल हैं, जिनमें से 346 चीन में स्थित हैं, जापान में 126 और अमेरिका में 69 हैं। जबकि भारत में सिर्फ एक है जोकि तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदुर में फ्लेक्सट्रोनिक्स नाम से स्तिथ हैं। आखिरकार आईफोन पार्ट्स के भारत में निर्माण से देश के यूज़र्स को आईफोन सस्ते कीमत पर उपलब्ध हो सकेंगे।

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