इस उपग्रह के माध्यम से इसरो उपग्रह को ट्रेन के बारे में सटीक जानकारी मिलेगी
नई दिल्ली: रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने कहा है कि भारतीय रेलवे ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। जिसके तहत सैटेलाइट से ट्रेनों पर नजर रखी जा सकती है। आपको बता दें कि पूरे देश में रेलवे के 350 सेक्शन कंट्रोल हैं, जिसमें अधिकारी बेहतर तरीके से रेल चलाने से जुड़े फैसले ले रहे हैं।
इस काम में इसरो के गगन उनकी मदद कर रहे हैं। गगन वास्तव में एक जीपीएस एडेड GEO संवर्धित प्रणाली है। शुरुआत में इसे वायु क्षेत्र के लिए विकसित किया गया था, लेकिन अब यह हर 30 सेकंड में ट्रेन की गति और स्थान के बारे में जानकारी साझा करता है। नई प्रणाली रेलवे को अपने नेटवर्क में ट्रेनों को संचालित करने के लिए अपने नियंत्रण कक्ष, रेलवे नेटवर्क को आधुनिक बनाने में मदद कर रही है। इसमें आरटीआईएस डिवाइस (उपकरण) को इसरो द्वारा विकसित गगन जियो पोजिशनिंग सिस्टम से जोड़ा गया है। यह डिवाइस खुद गाड़ियों की आवाजाही और स्थिति के बारे में जानकारी दे रही है।
सूचना और तर्क के आवेदन के आधार पर, डिवाइस आगमन, प्रस्थान, निर्धारित दूरी, अनिर्धारित स्टॉपेज और ट्रेनों की आवाजाही से जुड़े सेक्शन के बीच सूचना पहुँचा रहा है। यह ISRO के S- बैंड मोबाइल उपग्रह सेवा को CRIS डेटा सेंटर के माध्यम से केंद्रीय स्थान सर्वर पर ला रहा है।