विमुद्रीकरण के बाद, भारत में ऑनलाइन भुगतान करने वालों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई है। डिजिटल क्रांति ने लेनदेन की हमारी पारंपरिक प्रणाली को बदल दिया है।

जिस काम में पहले काफी समय लगता था। डिजिटल पेमेंट सिस्टम के आने के बाद से अब वही काम चंद सेकेंड में हो जाता है। हालांकि, भारत में हो रहे डिजिटल लेनदेन के संबंध में आरबीआई समय-समय पर कई बदलाव लाता रहता है, ताकि हमारे लेनदेन की प्रणाली को सुरक्षित और आसान बनाया जा सके। इसी कड़ी में भारतीय रिजर्व बैंक की गाइडलाइंस पर Google Pay 1 जनवरी 2022 से अपने नियमों में बदलाव करने जा रहा है। इस बदलाव का सीधा असर Google Pay के यूजर्स पर पड़ेगा। Google Pay का यह नया नियम Google Ad, Google Play Store, YouTube आदि पर भी लागू होगा। इस कड़ी में आइए जानते हैं उस नियम के बारे में जो Google बदलने जा रहा है।


इस आगामी नियम के अनुसार, Google Pay 1 जनवरी, 2022 से अपने ग्राहकों के कार्ड विवरण का डेटा नहीं सेव करेगा। इससे पहले, Google Pay आपके कार्ड की जानकारी जैसे एन्ड डेट कार्ड नंबर आदि को अपने सर्वर में सेव कर के रखता था।

इस नियम के लागू होने के बाद, Google Pay ग्राहकों को भुगतान करते समय अपने कार्ड विवरण दोबारा दर्ज करके भुगतान करना होगा। आरबीआई की गाइडलाइंस पर गूगल पे मैनुअल ऑनलाइन पेमेंट के नियमों में यह बदलाव किया गया है।

इस बदलाव से संवेदनशील जानकारी के लीक होने का खतरा कम होगा। ऐसे में साइबर फ्रॉड बढ़ने की घटनाओं में भी कमी आएगी। इस बदलाव के बाद, मास्टरकार्ड का उपयोग करने वाले लोगों को अपने कार्ड के विवरण को एक नए फॉर्मेट में सेव करने के लिए उन्हें ऑथोराइज्ड करना होगा। आप अपना कार्ड डिटेल दर्ज करके एकमुश्त मैन्युअल भुगतान करने में सक्षम होंगे। फिर से भुगतान करने के लिए आपको अपने कार्ड का विवरण दोबारा दर्ज करना होगा। ये नए नियम 1 जनवरी, 2022 से लागू होंगे।

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