pc: The Economic Times

आज लोग सभी गाड़ियों में फास्टैग का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में फास्टैग से जुड़े घोटाले काफी बढ़ रहे हैं। भारत में जब भी कोई चीज ज्यादा इस्तेमाल होने लगती है या चर्चा में आने लगती है तो उसके नाम पर घोटाले होने लगते हैं। पिछले कुछ दिनों में फास्टैग घोटाले तेजी से हो रहे हैं। हाल ही में एक शख्स को गूगल के माध्यम से फास्टैग सर्च करना महंगा पड़ गया और उसके खाते से 2.4 लाख रुपये निकल गए। आइए जानें ऐसे घोटालों के बारे में...

रिचार्ज करने के लिए गूगल की मदद लेना पड़ सकता है महंगा


अगर आपको भी अपने फास्टैग अकाउंट को रिचार्ज करने में परेशानी हो रही है तो आपको डायरेक्ट गूगल की मदद नहीं लेनी चाहिए और अगर आप मदद ले रहे हैं तो बेहद सतर्क हो जाएं क्योंकि एक शख्स ने गूगल पर फास्टैग का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया था। उस व्यक्ति को एक नंबर मिला जिस पर उसने कॉल किया और फोन पर बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को फास्टैग कस्टमर एक्जीक्यूटिव बताया और मदद करने का वादा किया।

रिमोटली ऐप के माध्यम से खाता हुआ खाली

कस्टमर केयर पर भरोसा कर शख्स ने अपने फोन में एक ऐप डाउनलोड किया। इसके बाद कस्टमर केयर का झांसा देकर जालसाज ने छह ट्रांजैक्शन किए और व्यक्ति के खाते से 2.4 लाख रुपये निकाल लिए। इसके बाद उसने फोन रख दिया और बंद कर दिया।


क्या ना करें
ग्राहक सेवा नंबर के लिए सीधे संबंधित कंपनी की वेबसाइट पर जाएं।
गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च न करें।
किसी के कहने पर अपने फोन में कोई भी ऐप इंस्टॉल न करें।
बैंक विवरण किसी के साथ साझा न करें।

Related News