कोरोना संकट में कोरोना रोगियों और कोरोना हॉटस्पॉट की जानकारी नागरिकों को संपर्क ट्रेसिंग में मदद करेगी और नागरिकों को सतर्क करने के लिए एक हेल्थ ब्रिज ऐप विकसित किया गया है। देश में लाखों लोगों द्वारा उपयोग किए जाने वाले मोबाइल ऐप created आरोग्य सेतु ’का निर्माण किसने किया और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को अपने मोबाइल फोन में इसे डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया है?


यह सवाल केंद्रीय सूचना आयोग ने मंगलवार को उठाया था। लाखों लोगों की जानकारी एकत्र करने और व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले इस 'संपर्क ट्रेसिंग ऐप' के खिलाफ दायर आरटीआई आवेदन का कोई स्पष्ट जवाब क्यों नहीं है? यह सवाल केंद्रीय सूचना आयोग से भी पूछा गया था। इस बीच, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने खुलासा किया है कि सरकार ने कोविद 19 से लड़ने के लिए लोगों को एकजुट करने के उद्देश्य से सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से स्वास्थ्य पुलों का निर्माण शुरू किया है।


इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MIT) ने कहा है कि केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) ने हेल्थ ब्रिज ऐप पर RTI क्वेरी पर सरकार से स्पष्टीकरण मांगा था। मंत्रालय ने कहा कि ऐप के निर्माण में भाग लेने वालों के नामों की घोषणा की गई थी, जब ऐप को जनता के लिए खोल दिया गया था, तो काम बहुत ही पारदर्शी तरीके से किया गया था और सारी जानकारी आरोग्य सेतु पोर्टल पर दी गई थी।


आपको बता दें कि पिछले दिनों इस ऐप को लेकर मीडिया में कई तरह की बाते सामने आ रही है।

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