जयपुर।दो माह पहले जापान में हुए तोक्यो ओलिंपिक में भारत ने कई मेडल हासिल किए थे।वहीं इस समय नार्वे में चल रहीं विश्व चैंपियनशिप में कुश्ती में सिल्वर मेडल जीतकर अंशु मलिक ने इतिहास रच दिया है।हालांकि फाइनल में अंशु मलिक को हार का सामना करना पड़ा है,लेकिन विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं हैं। नार्वे में चल रहीं इस प्रतियोगिता में 20 वर्षीय अंशु को ओलिंपिक और वर्ल्ड चैंपियन हेलेन मरॉलिस ने चित किया।कुश्ती के 57 किग्रा भारवर्ग के खिताबी मुकाबले में वह जूनियर यूरोपीय चैंपियन सोलोमिया विंक को हराकर पहुंचीं थीं।

इससे पहले भारतीय पहलवान सुशील कुमार ही इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में गोल्ड जीतने में सफलता हासिल की है।सुशील कुमार ने साल 2010 में भारत के पुरूषवर्ग कुश्ती में गोल्ड मेडल प्राप्त किया था।ऐसे में यदि अंशु मलिक फाइनल जीत जाती तो वह गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली पहली महिला बन सकती थी।


महिला वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल भी भारत के नाम—
अंशु मलिक के बाद सरिता मोर ने महिला वर्ग का ब्रॉन्ज मेडल भारत के नाम किया है।सरिता का विश्व चैंपियनशिप में यह छठे प्रयास में पहला पदक है। इससे पहले वह एक बार अंडर 23 विश्व चैंपियनशिप और चार बार सीनियर विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने में अफल रही हैं।सरिता मोर ने महिला 59 किग्रा भारवर्ग में स्वीडन की सारा योहाना लिंडबर्ग को 8-2 से हराकर विश्व चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज पदक अपने नाम कर लिया।

सरिता ने स्वीडन की खिलाड़ी के खिलाफ अच्छी शुरुआत करते हुए 4 अंक जुटाए और फिर टेकडाउन के साथ 2 और अंक हासिल किए।इससे सरिता मोर को सफलता प्राप्त हुई और भारत ने एक ओर मेडल जीता।इससे पहले भारत के लिए 2012 में फोगाट बहनों गीता फोगाट और बबिता फोगाट ने विश्व चैंपियनशिप में दो कांस्य पदक जीते थे।

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