पृथ्वी शॉ ने गुरुवार को मुंबई और पुदुचेरी के बीच विजय हजारे ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज में अपना पहला दोहरा शतक बनाया। शॉ ने 142. डिलीवरी में 140.85 की स्ट्राइक रेट से अपना डबल टन पूरा किया। 21 वर्षीय ने 27 चौके और चार छक्के लगाए। शॉ विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास में दोहरा शतक बनाने वाले चौथे बल्लेबाज हैं। वह लिस्ट ए क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने वाले आठवें भारतीय हैं।

शॉ जो 227 (152 गेंदों) पर नाबाद रहे, उन्होंने पुरुषों की सूची ए क्रिकेट में एक कप्तान द्वारा उच्चतम स्कोर दर्ज किया। यही नहीं लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड भी उन्होंने अपने नाम कर लिया है।

उन्होंने इस मामले में केरल के संजू सैमसन को पीछे छोड़ दिया है। पुदुचेरी के खिलाफ इस मैच में वह पहली बार मुंबई का नेतृत्व कर रहे हैं। शॉ का नाबाद 227 भी विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है।

बात करें विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास की तो अब तक यहां संजू सैसमन, यशस्वी जायसवाल, के कौशल और पृथ्वी शॉ ने दोहरा शतक लगाया है।

गौरतलब है कि पृथ्वी शॉ पिछले कुछ समय से अपनी फॉर्म को लेकर जूझ रहे थे। यूएई में आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में पहले टेस्ट में वे दोनों पारियों में मिलाकर सिर्फ चार रन ही बना पाए जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। इसके बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी शामिल नहीं किया गया।

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