नेशनल गेम्स का आयोजन गुजरात राज्य में 27 सितंबर से 10 अक्टूबर तक आयोजित किया जा रहा है इस नेशनल गेम्स में उत्तर प्रदेश के 395 खिलाड़ी दमखम दिखाएंगे। ओलिंपिक खेलो की की तर्ज पर आयोजित होने वाला यह नेशनल गेम्स का यह 36वां संस्करण है। यह गुजरात के छह शहरों अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, राजकोट और भावनगर में होगा। इसमें भारत के अलग अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के एथलीट पदक के लिए जोर आजमाइश करते हैं।

नेशनल गेम्स का उद्घाटन समारोह 27 सितंबर को होना है। लेकिन, इस प्रतियोगिता में टेबल टेनिस स्पर्धा का आयोजन पहले ही शुरू हो चुका है ताकि शेड्यूल के मुताबिक ये चीन के चेंगदू में होने विश्व टेबल टेनिस चैंपियनशिप के समय न पड़े।


साल 2015 में केरल में नेशनल गेम्स का पिछला संस्करण आयोजित किया गया था। इसका 36वां संस्करण साल 2020 में गोवा में होना तय था, लेकिन कोविड महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। नेशनल गेम्स के इतिहास में बीते कुछ वर्षों में नीरज चोपड़ा, पीटी उषा, दीपा कर्माकर और साजन प्रकाश जैसे कई प्रमुख भारतीय एथलीटों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है।

1924 में पहले नेशनल गेम्स का आयोजन अविभाजित भारत के लाहौर (अब पाकिस्तान) में हुआ था। उस वक्त इसे 'अखिल भारतीय ओलिंपिक खेल' कहा जाता था। आल इंडिया ओलिंपिक कमेटी के पहले संस्करण से आठ एथलीटों को साल 1924 के पेरिस ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था और हैरी बक प्रबंधक के रूप में इस टीम के साथ गए थे। नेशनल गेम्स का उद्देश्य उन खेल प्रतिभाओं की पहचान करना था जो ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। भारतीय ओलिंपिक संघ की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, नेशनल गेम्स के आयोजन के प्रयासों का नेतृत्व प्रमुख भारतीय व्यवसायी दोराबजी टाटा, चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) में वाईएमसीए कालेज आफ फिजिकल एजुकेशन के संस्थापक हैरी क्रो बक और इसी कालेज के निदेशक डा. एजी नोहरन ने किया था।

Related News