Tokyo 2020: क्या है ओलंपिक और पैरालंपिक में रिकॉर्ड पदक जीतने का मोदी फैक्टर?
हाल ही में हुए ओलंपिक और पैरा ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन काफी सराहनीय रहा है। इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने काफी युवाओं और नए खिलाड़ियों को आगे बढ़ने और भारत के लिए पदक जीतने के लिए प्रेरित भी किया है। आइए जानते हैं कि किस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इन सब पर प्रभाव पड़ा है।
मोदी फैक्टर बताने से पहले आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत ने 7 पदक जीतकर इतिहास रचा था जो कि अब तक भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। इसमें भारत ने एक स्वर्ण पदक दो रजत पदक और 4 कांस्य पदक जीते थे।
इसी के साथ हाल ही में खत्म हुए पैरा ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने 5 गोल्ड 8 सिल्वर और 6 ब्रोंज मेडल के साथ कुल 19 पदक जीतकर 25 व स्थान हासिल किया है।
आपको बता दें कि जब भारतीय खिलाड़ी ओलंपिक खेल कर जब स्वदेश लौटे थे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी पदक विजेताओं और अन्य खिलाड़ियों के साथ बैठकर उनको प्रोत्साहन दिया था।
आप की जानकारी कि यह भी बता दें कि 2014 के बाद से भारत एक आक्रामक नीति अपनाने के अंदाज में नजर आता है चाहे वह सरहद हो या खेल और यही है ओलंपिक और पैरा ओलंपिक में मेडल जीतने का मोदी फैक्टर।
आशा जताई जा रही है कि जिस तरीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओलंपिक 2020 के विजेताओं से मिले थे उसी तरह से प्रधानमंत्री पैरा ओलंपिक के विजेताओं से भी रूबरू होंगे और उन्हें जीत की बधाई देंगे।
2020 में हुए ओलंपिक ने नए खिलाड़ियों और एथलीटो ने एक बहुत ही उम्दा उदाहरण आने वाली पीढ़ी के लिए पेश किया है।