वर्ल्ड कप ट्रॉफी के लम्बे सूखे को खत्म करने के लिए टीम इंडिया को बुमराह की कमी पूरी करनी ही होगी
15 साल का वक्त समापत हो गया है जब टीम ने पहली बार महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में 2007 में इस कप को अपने नाम किया था, तब से ही भारत को T20 वर्ल्ड कप का इंतज़ार है । आइसीसी इवेंट की बात करें तो 2013 के बाद टीम इंडिया ग्लोबल मंच पर डॉमिनेट करने में असफल रही है। इस बार टीम इंडिया को वर्ल्ड कप जीतकर इन सारे सवालों का जवाब दे सकती है। लेकिन ऑलराउंड रवींद्र जडेजा और स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के बिना इसे पूरा करना टीम इंडिया के लिए बड़ी चुनौती है।
वर्ल्ड कप सूखे को दूर कर सकती है टीम-गावस्कार
टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से उन्होंने कहा है कि "यह युवा और अनुभव के मिश्रण से बनी एक शानदार टीम है और यदि कुछ लक साथ दे दे तो दोबारा कप घर ला सकती है।" लेकिन लीजेंड बल्लेबाज और पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने इस टीम का समर्थन किया है।
डेथ ओवर की समस्या के बीच अर्शदीप की आस
जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में भुवनेश्वर कुमार जैसे अनुभवी गेंदबाज भी डेथ ओवर में अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में अर्शदीप सिंह ने डेथ ओवर की गेंदबाजी में एक उम्मीद दी है। पिछले कुछ महीनों की बात करें तो डेथ ओवर की गेंदबाजी टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरी है। यही कारण है कि टीम 200 से ज्यादा के स्कोर को भी डिफेंड करने में नाकाम रही है।
वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में अर्शदीप ने 3 ओवर में 6 रन देकर 1 विकेट झटके थे। उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर उनका यह प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा।
द्रविड़ ने भी किया गेंदबाजों का समर्थन
ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने अपने गेंदबाजों का समर्थन किया था। जब उनसे बुमराह के रिप्लेसमेंट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि उनके पास इसके लिए अभी भी पर्याप्त समय है। उन्होंने कहा था कि सभी गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है।