इंटरनेट डेस्क। दोस्तों, आज हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको फ्लाइंग सिंह के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह के संघर्षों से भरी जिंदगी के बारें में बताने जा रहे है। तो आइए नजर डालिए मिल्खा सिंह की कुछ रोचक बातों पर...

मिल्खा सिंह भारत के फ्लाइंग सिख के नाम से जाने जाते है। मिल्खा सिंह भारत के सबसे प्रसिद्ध और सम्मानित धावकों में से एक हैं। भारत के इस फ्लाइंग सिंह का जन्म 20 नवम्बर 1929, गोविन्दपुरा (पाकिस्तान) में हुआ था। मिल्खा सिंह का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। मिल्खा सिंह पंद्रह बहन-भाई थे। पाकिस्तान और भारत के बीच हुए बंटवारे में मिल्खा सिंह के माता—पिता का साया उनके सिर से उठ गया था। मिल्खा सिंह ने अपनी जिंदगी में कई कठिनाईयों का सामना किया है। मिल्खा सिंह ने कई रातें तो रेल्वे स्टेशन पर गुजारी है और वहीं से कचरे के डिब्बे से जरूरी चीजें निकालकर उन्हीं से काम चलाया है।

मिल्खा सिंह के बड़े होने पर उनके भाई मलखान के कहने पर उन्होंने सेना में भर्ती होने का निर्णय लिया और चौथी कोशिश के बाद सन 1951 में सेना में भर्ती हो गए। मिल्खा सिंह ने सेना में कड़ी मेहनत की और 200 मी और 400 मी में अपने आप को स्थापित किया और कई प्रतियोगिताओं में सफलता हांसिल की। मिल्खा सिंह ने यहां से फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

सेना के इस जवान ने 1958 में राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की ओर से 400 मीटर की दौड़ लगाने उतरे। मिल्खा सिंह ने इस राष्ट्रमंडल खेल में पाकिस्तान के प्रसिद्ध धावक अब्दुल बासित को 400 मीटर की दौड़ जीत लिया और स्वतंत्र भारत के पहले खिलाड़ी बने जिन्होंने स्वर्ण ​जीता था। बासित को मात देने के बाद पाक जनरल ने मिल्खा सिंह को ‘उड़न सिख’ कह कर पुकारा था। मिल्खा सिंह को पद्मश्री अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है। मिल्खा सिंह के जीवन पर बॉलीवुड में भाग मिल्खा भाग फिल्म भी बन चुकी है। फिल्म में दिखाया गया है कि फ्लाइंग सिंह के तीन गर्लफ्रैंड भी रह चुकी है। मिल्खा सिंह के एक भारतीय, एक पाकिस्तानी और एक ऑस्ट्रेलियाई गर्लफ्रैंड थी। सबसे दिलचस्प बात ये है कि इन तीनों में से मिल्खा की बीवी कोई नहीं बनती है।

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