विराट सेना में है ये तीन बड़ी कमियां, वर्ल्ड कप 2019 हार सकती है टीम इंडिया!
इसमें कोई दो राय नहीं है कि साल 2017 में एमएस धोनी द्वारा टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है।
विराट कोहली की टीम ने दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी सीरीज़ जीतने में सफलता हासिल की है। बता दें कि भारत को विश्व कप के प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन टीम इंडिया में कुछ खामियां अभी भी हैं जो वर्ल्ड कप 2019 में निराशा का कारण बन सकती हैं।
1- स्विंग वाली कंडीशन में सलामी बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन
इसमें कोई दो राय नहीं है कि शिखर धवन और रोहित शर्मा ने सलामी बल्लेबाज के रूप में शानदार प्रदर्शन किया है। वनडे क्रिकेट में बेहतरीन ओपनिंग करने वाली जोड़ियों में शामिल धवन और रोहित की जोड़ी काबिलेतारीफ रही है। हांलाकि स्विंग लेने वाले कंडीशन में उनकी क्षमता कई बार संदेह के घेरे में आई है। इंग्लैंड में हर मैच में हरी पिच का मिलना लाजिमी है, ऐसे में वहां टीम इंडिया के ओपनर्स के लिए यह बड़ा सिरदर्द साबित हो सकता है।
2- मध्यक्रम में निरंतरता की कमी
साल 2017 में पाकिस्तान के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल हारने के बाद टीम इंडिया ने वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक निरंतरता दिखाई है। बावजूद इसके टीम में मध्यक्रम की अनिश्चितता परेशानी का सबब बन सकती है। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए युवराज सिंह, केएल राहुल, सुरेश रैना, मनीष पांडेय और दिनेश कार्तिक को आजमाने के बाद टीम ने अंबाती रायुडु को चुना है। महेंद्र सिंह धोनी की तरह अंबाती रायुडू भी पारी की शुरूआत में काफी डॉट गेंदे खेलते हैं, जिससे विकेटों के पतन को रोका जा सकता है। लेकिन ऐसा करना हमेशा फायदे का सौदा नहीं हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया वनडे सीरीज में टीम इंडिया आखिरी 10 ओवरों का फायदा उठाने में नाकामयाब रही है।
3- पांचवें गेंदबाज का निर्धारण नहीं होना
मौजूदा समय में भारतीय टीम के पास सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज हैं। इनमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार का नाम शामिल है। इसके अलावा टीम इंडिया को अन्य दो स्पिन गेंदबाजों की जरूर होगी। इसके लिए कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल सटीक नाम हैं। लेकिन भारत को पांचवें गेंदबाज के रूप में ऐसा कोई भी क्रिकेटर अभी तक नहीं मिला है जो अच्छी गेंदबाजी के साथ-साथ आवश्यकता पड़ने पर बल्लेबाजी भी कर सके। इसके लिए चयनकर्ताओं की नजर हार्दिक पांड्या, विजय शंकर और रविंद्र जडेजा तीनों पर हो सकती है।