इस बार विजय हजारे ट्रॉफी में दिल्ली की टीम ने एक शानदार शुरुआत की है पिछले महीने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के अपने आखिरी मैच में विदर्भ से हारने वाली दिल्ली की टीम ने विजय हजारे ट्रॉफी में अपना हिसाब बराबर करते हुए आवाज किया था। बिना किसी परेशानी के दिल्ली में विदर्भ को करारी हार का सामना कराया लेकिन लगातार जो जीत से अभियान शुरू करने वाली दिल्ली अब अपनी पटरी से उतरती हुई दिखाई दे रही है क्योंकि स्टार बल्लेबाज शिखर धवन की गैर हाजिरी कि इसमें बड़ी भूमिका है। जिसकी वजह से दिल्ली अब कर्नाटक से 4 विकेट से हार गई है। इस टूर्नामेंट के शुरुआती दो मैचों में 45 और 54 रनों की पारी खेलकर दिल्ली को जीत दिलाने वाले दिग्गज अनुभवी ओपनर खिलाड़ी शिखर धवन को टूर्नामेंट के बीच में ही अपनी टीम का साथ छोड़ना पड़ा। शिखर धवन अब अगले हफ्ते न्यूजीलैंड में होने वाली वनडे सीरीज के लिए रवाना हो चुके हैं और ऐसे में अब दिल्ली को उनके बिना ही लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा है और दोनों मैचों में हार का मुख्य कारण खराब बल्लेबाजी बनी।


* शिखर धवन के बिना बैटिंग हुई सुपर फ्लॉप :


राजस्थान के खिलाफ सिर्फ 166 रनों पर ढेर होने वाली दिल्ली की यह टीम 17 नवंबर गुरुवार को एलिट ग्रुप डी के मुकाबले में कोलकाता में कर्नाटक के सामने भी सिर्फ 159 रनों पर ही ढेर हो गई। इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली की टीम ने सिर्फ 45. 4 ओवर खेले। इस दौरान दिल्ली की टीम के बल्लेबाजों को साल्ट लेक मैदान की धीमी पिच पर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा जिसमें आईपीएल के स्टार नितीश राणा ने 46 गेंदों में केवल 30 रन और ललित यादव ने 100 गेंदों में केवल 59 रन बना सके।

दिल्ली का स्कोर इस मुकाबले में एक समय में छह विकेट पर 66 साल हो गया था और टीम पर 100 रन से कम स्कोर पर आउट होने का खतरा मंडरा रहा था। लेकिन लक्ष्य धारेजा और ललित ने सातवें विकेट के लिए कुल 44 रन जोड़े। कर्नाटक के तेज गेंदबाज वासु की कोशिश में 10 ओवर में कुल 23 रन देकर 3 विकेट हासिल किए जबकि इस मुकाबले में लेग स्पिनर से सुरेश गोपाल ने निचले क्रम के बल्लेबाजों को आउट कर 25 रन देते हुए 3 विकेट हासिल किए।


* समर्थ और मनीष पांडे ने जीतया मैच :

इस मुकाबले में कर्नाटक ने तेज शुरूआत के बाद लक्ष्य के करीब पहुंचते ही अपने तीन विकेट गंवा दिए जिसने उसके मिडिल ऑर्डर पर सवाल खड़े कर दिए। लेकिन कर्नाटक की टीम को अपने लक्ष्य तक पहुंचने में केवल 30 ओवर लगे। कर्नाटक ने अपना रवि कुमार समर्थ की 72 गेंदों में केवल 59 रन और अनुभवी बल्लेबाज मनीष पांडे की 37 गेंद में 4 छक्के सहित 48 रन की पारी से 6 विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल किया। हाल ही में आईपीएल रिटेंशन के दौरान लखनऊ सुपरजाइंट्स टीम द्वारा रिलीज किए गए मनीष ने तड़प तोड़ बैटिंग से बाकी फ्रेंचाइजी के सामने दावा पेश किया।

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