दोस्तो भारत में क्रिकेट कोई त्यौहार से कम नहीं हैं, हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम ने टी-20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद इस खेल का सम्मान देश में और बढा दिया हैं, भारतीय सरजमीं पर बहुत से महान खिलाड़ी जन्में हैं, लेकिन मात्र सचिन तेंदुलकर को ही प्रतिष्ठित भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। राष्ट्र के लिए असाधारण सेवा को मान्यता देने वाला यह सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, प्रतिष्ठित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और शानदार बल्लेबाज विराट कोहली सहित अन्य प्रसिद्ध क्रिकेटरों को नहीं मिल पाया है।

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भारतीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के अटूट योगदान जिन्होंने भारत को तीन ICC ट्रॉफियाँ दिलाईं, और विराट कोहली, जो आधुनिक समय के महान बल्लेबाज़ हैं, दोनों को भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया गया है।

अगर रिपोर्ट्स की माने तो युवराज सिंह को भारत रत्न दिए जाने की माँग बढ़ रही है। अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और मैच जीतने वाले प्रदर्शनों के लिए जाने जाने वाले, युवराज सिंह के करियर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हैं जो इस आह्वान का समर्थन करती हैं।

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युवराज सिंह की उपलब्धियाँ

वनडे विश्व कप 2011 और टी20 विश्व कप 2007: भारत की विश्व कप जीत में अहम खिलाड़ी।

कुल मिलाकर करियर आँकड़े:

टेस्ट मैच: 40 से ज़्यादा मैच, 33 की औसत से 1900 रन बनाए।

वनडे: 304 मैच, 8701 रन, जिसमें 14 शतक और 52 अर्धशतक शामिल हैं।

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टी20 अंतरराष्ट्रीय: 58 मैचों में 136 से ज़्यादा की स्ट्राइक रेट से 1177 रन।

गेंदबाजी: 9 टेस्ट विकेट, 111 वनडे विकेट और 28 टी20I विकेट।

युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने सार्वजनिक रूप से भारत रत्न की वकालत की है, जिसमें कैंसर से जूझने के बावजूद अहम मैच खेलना और जीतना समेत उनके बेटे की असाधारण उपलब्धियों पर ज़ोर दिया गया है।

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