अगर सच्चे मन से अपने लक्ष्य को पाने में लग जाओ तो दुनिया में कुछ भी मुश्किल नहीं है। आप अपनी इच्छा अनुसार किसी भी चीज को हासिल कर सकते हैं और किसी ने सही कहा है कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती। ऐसी ही एक और प्रेरक कहानी सामने आई है, जिसे जानना हर क्रिकेट प्रेमी के लिए बहुत जरूरी है। एक महिला जो मुंबई में बस कंडक्टर हैं इंडियन अंडर 19 टीम में चुना गया है। अगले महीने श्रीलंका में यूथ एशिया कप खेलेगा। इस टीम के कप्तान ध्रुव चंद जुरेल होंगे। जिस खिलाड़ी के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, वह है अथर्व अंकोलेकर।

18 वर्षीय अथर्व अंकोलेकर ने अपनी माँ के साथ साथ पूरे परिवार का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। उनके पिता की मृत्यु काफी समय पहले ही हो गई थी। बता दें कि जब अथर्व मात्र 9 साल के थे, तब उनके पिता विनोद की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद वैदेही ने काफी मेहनत करते हुए और मुसीबतों का सामना करते हुए अथर्व की परवरिश की।

अथर्व बाएं हाथ के स्पिनर हैं। उन्होंने अब तक इंडिया बी अंडर 19 के लिए इंडिया ए अंडर 19 और अफगान अंडर 19 टीम के लिए तीन मैच खेले हैं। अथर्व बाएं हाथ के स्पिनर हैं और वर्तमान में रिजवी कॉलेज ऑफ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स में जूनियर कॉलेज (कॉमर्स) के दूसरे वर्ष में हैं।

वैदेही ने कहा कि “मुझे अन्य BEST कर्मचारियों और रिश्तेदारों के संदेश मिले हैं। मैं वास्तव में उन सभी का आभारी हूं; मेरे लिए यह गर्व का क्षण है। मेरे पति विनोद BEST में एक कंडक्टर थे और परिवार में एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनकी मृत्यु ने मुझे असहाय छोड़ दिया और मैंने अपने दोस्त की मदद से अपने घर पर ट्यूशन देना शुरू किया। बाद में, मुझे सौभाग्य से मेरे पति की नौकरी मिल गई। मैं BEST की आभारी हूं, क्योंकि मैं उनकी वजह से अपने बेटे के सपनों को पूरा कर पाई।


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